सिंगुर में जमीन का चयन ही गलत था: पार्थ चटर्जी

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी ने आज कहा कि सिंगुर में अब बंद पड़ चुके टाटा मोटर्स कार संयंत्र के लिए जमीन का चयन ही गलत था और आशा की कि अदालत लोगों का पक्ष सुनेगी।

चटर्जी ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘जिस तरह से सिंगुर की जमीन चिह्नित की गई वह गलत था। (पिछली वाम मोर्चा) सरकार द्वारा गलती की गई। ’’

पिछली वाममोर्चा सरकार ने नैनो कार संयंत्र के लिए सिंगुर में 1000 एकड़ जमीन की पहचान की थी लेकिन किसानों की बहुफसलीय जमीन बेचने की अनिच्छा 34 साल से सत्तासीन वाममोर्चा की हार की वजह बनी।

एक कार्यक्रम में चटर्जी ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार अनिच्छुक किसानों को जमीन लौटाने का फैसला किया जिसे टाटा ने चुनौती दी है।

उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि मामला अदालत के समक्ष विचाराधीन है लेकिन अब भी मुझे उम्मीद है कि जो लोग अनिच्छुक हैं, उन्हें उनकी जमीन वापस मिल जानी चाहिए। हमने एक कानून बनाया। यह अब उच्चतम न्यायालय के समक्ष विचाराधीन है और हमें आशा है कि अदालत जनता की आवाज के साथ इंसाफ करेगी। ’’

तृणमूल कांग्रेस द्वारा उपयोग में नहीं आयी जमीन टाटा से वापस लेने पर टाटा मोटर्स के अदालत में पहुंचने का जिक्र करते हुए पार्थ ने कहा, ‘‘बंगाल में समस्या जमीन नहीं बल्कि बुनियादी ढांचा है। हम बंद फैक्ट्रियों की जमीन का उपयोग कर सकते हैं। हमारे पास बंद उद्योगों की 20,000 एकड़ से अधिक जमीन हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अब सभी वाणिज्यमंडल निश्चय करें कि यदि राज्य बंद पड़ी फैक्ट्रियों की जमीन वापस लेकर उसे अन्य उद्योगों को देने का प्रयास करेगा तो उनका कोई भी सदस्य अदालत नहीं जाएगा।’’

(भाषा)

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