नयी दिल्ली : राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने आज बिहार पुलिस को
नोटिस जारी कर राजकीय रेल पुलिस (जीआरपी) के जवानों द्वारा पूर्णिया में
मानसिक तौर पर कमजोर एक शख्स की कथित तौर पर बेरहमी से पिटाई के मामले में
जवाब तलब किया है.
एनएचआरसी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि आयोग ने इस बाबत बिहार के
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से जवाब मांगा है और इसके लिए उन्हें चार हफ्ते
की मोहलत दी गयी है. एक मीडिया रिपोर्ट पर स्वत: संज्ञान लेते हुए आयोग ने
यह नोटिस जारी किया है. मीडिया रिपोर्ट में कहा गया था कि जीआरपी के जवानों
ने पूर्णिया में मानसिक तौर पर कमजोर एक शख्स की कथित तौर पर बेरहमी से
पिटाई की. एक तस्वीर के साथ 24 अक्तूबर को छपी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक,
पूर्णिया में ज्ञानेंद्र चौधरी नाम का एक शख्स रेल की पटरी पार करते वक्त
जख्मी हो गया जिसके बाद जीआरपी जवानों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती
कराया.
हालांकि, ज्ञानेंद्र अस्पताल से भाग गया. बाद में जीआरपी जवानों ने उसे
अस्पताल से करीब 400 मीटर दूर सड़क किनारे एक मंदिर में पाया. इसके बाद
जीआरपी जवानों ने उसे बेरहमी से पीटा और फिर उसे अस्पताल में भर्ती करा
दिया गया. आयोग की ओर से जारी बयान में कहा गया कि पीड़ित को कथित तौर पर
इतना पीटा गया कि उसे चलने में भी काफी तकलीफ हो रही है.