नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में टमाटर और अन्य हरी सब्जियों की आपूर्ति में धीरे धीरे सुधार के बीच प्याज को छोड़कर अधिकांश सब्जियों की कीमतें नरम पड़नी शुरू हो गई हैं। उपभोक्ता मामलों के सचिव पंकज अग्रवाल ने आज यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा, हालांकि, सब्जियों के दाम में आगे और गिरावट तब आयेगी जब आसपास के उत्पादक क्षेत्रों में बेमौसम बरसात रूक जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘मैं कैसे कह सकता हूं कि कीमतें कब कम होंगी। यह सब कुछ बरसात पर निर्भर करेगा।’
अग्रवाल ने एक आयोजन के मौके पर संवाददाताओं से कहा, ‘सब्जियों की कीमतें कम होना शुरू हुई हैं। टमाटर और अधिकांश हरी सब्जियों के दाम नीचे आए हैं।’
उन्होंने कहा कि दिल्ली और आसपास के इलाकों में बरसात का मौसम लंबा खिंचने की वजह से खड़ी फसलों को नुकसान होने से अधिकांश सब्जियों के दाम बढ़े हैं।
सब्जियों की जमाखोरी के बारे में पूछने पर अग्रवाल ने कहा, ‘सब्जियां खराब होने वाली जिंस हैं इसलिए इनकी जमाखोरी नहीं की जा सकती। बेमौसम बरसात ने फसल को नुकसान पहुंचाया है।’
प्याज के बारे में उन्होंने कहा कीमतें अभी भी अधिक बनी हुई हैं क्योंकि गुजरात से बेमौसम बरसात के कारण खरीफ की फसलों के बाजार में आने में देर हुई है। बरसात की वजह से प्याज को खेतों से निकालने और इनका परिवहन प्रभावित हुआ है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में प्याज की खुदरा कीमतें अभी भी 63 रूपये किलो तक है, जबकि विगत तीन महीनों में टमाटर के दाम घटकर 35 रूपये किलो तक रह गए। आलू 25 रूपये प्रति किग्रा पर उपलब्ध है।
आंकड़ों में दर्शाया गया है कि दिल्ली थोक बाजार में प्याज की कीमतें मौजूदा समय में 42.50 रूपये प्रति किलो हैं जबकि टमाटर 18.60 रूपये और आलू 18.75 रूपये किलो पर उपलब्ध हैं।
(भाषा)