बंगाल में बाढ़ की स्थिति बिगड़ी, अब तक 9 की मौत

कोलकाता: राज्य में बाढ़ की स्थिति और बिगड़ गयी है. पांच जिले बाढ़ से
बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. सबसे गंभीर स्थिति पश्चिमी व पूर्व मेदिनीपुर
में है. चक्रवाती तूफान फैलिन के असर से हुई भारी बारिश और दामोदर घाटी
निगम (डीवीसी) से पानी छोड़े जाने से हावड़ा, हुगली व बांकुड़ा जिले को
काफी नुकसान हुआ है. बाढ़ से पश्चिमी मेदिनीपुर में सात और बांकुड़ा में दो
लोगों की मौत हुई है.

80 प्रखंड प्रभावित
बाढ़ के हालात में थोड़ा सुधार हो रहा था कि गुरुवार सुबह डीवीसी  बैराज से
और पानी छोड़ा गया. सूत्रों के अनुसार, पश्चिम और पूर्व मेदिनीपुर,
बांकुड़ा, हावड़ा और हुगली जिले के 80 प्रखंड के लाखों लोग बाढ़ से
प्रभावित हुए हैं. 71,000 मकान बाढ़ में पूरी तरह या आंशिक रूप से
क्षतिग्रस्त हो गये. प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री
ममता बनर्जी ने बुधवार रात फेसबुक पर लिखा, ‘मैंने पिछले दो दिनों में चार
जिलों का दौरा किया और देखा कि राज्य सरकार से बिना किसी परामर्श या उसे
कोई पूर्व सूचना दिये बगैर डीवीसी बैराज से पानी छोड़ने से कैसे बड़ी
संख्या में गांव डूब गये हैं. झारखंड सरकार के गालुधी बैराज से पानी छोड़ने
से हमारी परेशानी और बढ़ गयी है.’ 

उधर, सेना ने कहा है कि राज्य सरकार के अनुरोध पर पश्चिम मिदनापुर में
ध्वस्त पुलों एवं टूटे तटबंधों की मरम्मत के लिए एक टुकड़ी भेजी गयी है.
पांच जिलों के करीब 81 हजार लोगों को विभिन्न राहत शिविरों में रखा गया है,
जबकि बाढ़ की स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने और 260 राहत शिविर बनाने
का फैसला किया है. आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव अमित चौधरी ने बताया कि
बाढ़ में मारे गये लोगों के परिजनों को राज्य सरकार की ओर से दो-दो लाख
रुपये का मुआवजा दिया जायेगा.  चौधरी ने दावा किया कि बाढ़ से निबटने के
लिए राज्य सरकार पूरी तरह तैयार है, लेकिन डीवीसी द्वारा पानी छोड़ने के
संबंध में कोई सूचना नहीं देने के कारण स्थिति बिगड़ रही है.

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