सात माह में सर्वाधिक महंगाई, लोग बेहाल

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लगातार चौथे माह बढ़ी महंगाई, सितंबर में मुद्रास्फीति दर रही 6.46 फीसदी

देश में महंगाई का कहर जारी है। सितंबर, 2013 में महंगाई दर और भी
बढ़कर पिछले सात महीनों के उच्चतम स्तर 6.46 फीसदी पर पहुंच गई। सितंबर
महीने में खुदरा महंगाई दर भी बढ़कर 9.84 फीसदी हो गई, जबकि अगस्त में यह
9.52 फीसदी थी। खाद्य महंगाई के चलते ही ऐसी स्थिति देखने को मिली है।

यही नहीं, महंगाई का यह आंकड़ा एक बार फिर सस्ते लोन की राह में बाधक बन
सकता है। सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों से पता चला है कि महंगाई दर में
लगातार चौथे महीने बढ़ोतरी दर्ज की गई है। थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित
महंगाई दर अगस्त महीने में 6.1 फीसदी तथा जुलाई में 5.85 फीसदी थी।

वहीं, पिछले साल सितंबर महीने में महंगाई दर 8.07 फीसदी थी। प्याज की
कीमतों में सर्वाधिक बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सितंबर 2013 के दौरान प्याज का
मूल्य बीते साल के समान महीने के मुकाबले 322.94 फीसदी बढ़ गया। इसी तरह
सब्जियों की कीमतें भी सालाना आधार पर 89.37 फीसदी बढ़ गई हैं। इससे आम
आदमी का जीना मुहाल हो गया है। फल खरीदना भी अब कहीं ज्यादा महंगा पड़ रहा
है।

सितंबर के दौरान फल सालाना आधार पर 13.54 फीसदी महंगे हो गए। सितंबर में
खाद्य महंगाई बीते महीने के मुकाबले 18.40 फीसदी ज्यादा आंकी गई। अगस्त
महीने के दौरान इस सेगमेंट में महंगाई 18.18 फीसदी थी। योजना आयोग के
उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने कहा कि महंगाई दर यदि 6 फीसदी से
ज्यादा है तो यह निश्चित तौर पर ‘कष्टदायकÓ है।

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