गोवा में कृषि वैज्ञानिक बासमती की बूसा किस्म
की दुबारा खेती शुरू करने का प्रयास कर रहे हैं। करीब एक दशक पहले इसकी
खेती का प्रयास सफल नहीं हो पाया था। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर)
ने निकटवर्ती तालेगांव के किसानों के सात मिलकर प्रयास शुरू किए हैं।
यहां सामान्य किस्म के धान की खेती पहले से होती है। बाजार में बेहतर
मांग वाले बूसा बासमती उगाने के प्रयास किए जा रहे हैं। आईसीएआर के
वैज्ञानिक डा. एच. आर. प्रभु देसाई ने कहा कि शुरूआती प्रयासों को किसानों
का अच्छा रिस्पांस मिल रहा है।
तालेगांव के कुछ किसानों ने बड़े क्षेत्र में भी बूसा बासमती की खेती
करने की इच्छा जताई है। यह फसल मानसूनी सीजन में उगाई जा सकती है। जिन
किसानों ने इसकी खेती शुरू की, उन्हें निर्यात बाजार की ओर से बेहतर मूल्य
मिला।