सुपौल/सहरसा/छपरा:सदर प्रखंड के बलवा व फकीरना गांवों के लगभग चार सौ घर कोसी नदी में विलीन हो गये हैं. कोसी से मंगलवार को ढाई लाख क्सूसेक पानी छोड़ा गया. इससे बुधवार को जल स्तर में तेजी से कमी आयी. जल स्तर घटने से हुए कटाव के कारण बलवा व फकीरना गांवों के तीन सौ से अधिक परिवारों के चार सौ घर पूरी तरह कोसी में विलीन हो गये हैं.
इससे बेघर हुए लोग आसमान के नीचे गुजर-बसर कर रहे हैं. भोजन और पेयजल के अभाव में विस्थापित परिवारों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. सदर सीओ ने गुरुवार को विस्थापित परिवारों की स्थिति का जायजा लिया. सहरसा में गंगा, पुनपुन, बागमती, बूढ़ी गंडक व कमला बलान के बाद कोसी नदी ने भी अंगड़ाई ले ली है. नेपाल जल अधिग्रहण क्षेत्र में लगातार बारिश होने के कारण नदी में पानी का डिस्चार्ज बढ़ने लगा है.
बाढ़ पीड़ितों ने किया प्रदर्शन
छपरा समाहरणालय पर सोनपुर प्रखंड की रसूलपुर पंचायत को बाढ़ग्रस्त क्षेत्र घोषित करने की मांग पर बाढ़ पीड़ितों ने प्रदर्शन किया और डीएम को ज्ञापन सौंपा. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पंचायत के सभी गांव बाढ़ से महीनों से घिरे हुए हैं. लेकिन, राहत सामग्री वितरण में भेद भाव किया जा रहा है.