राज्य गठन के समय झारखंड में प्राथमिक विद्यालयों की संख्या 19 हजार थी. आज
यह बढ़ कर 41 हजार हो गयी है. राज्य में स्कूल तो बढ़े पर शिक्षकों की
नियुक्ति नहीं हुई. प्राथमिक से लेकर प्लस टू उच्च विद्यालय तक शिक्षकों के
लगभग 50 हजार से अधिक पद रिक्त हैं. राजकीय व प्रोजेक्ट उच्च विद्यालयों
में 25 वर्ष से शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई. कुल 7900 राजकीयकृत उच्च
विद्यालयों में 12 वर्ष में सिर्फ एक बार शिक्षक नियुक्ति हुई. कुल 1223
अपग्रेड उच्च विद्यालयों में एक भी शिक्षक नहीं हैं.