नयी दिल्ली : संसद में खाद्य सुरक्षा विधेयक के पारित होने में हो रहे
विलंब के बावजूद, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज पूर्व प्रधानमंत्री
राजीव गांधी के जन्म दिन के मौके पर दिल्ली में महत्वाकांक्षी खाद्य
सुरक्षा कार्यक्रम की शुरुआत की और इसे विश्व की अद्वितीय योजना करार
दिया.
यह योजना कांग्रेस शासित तीन राज्यों दिल्ली, हरियाणा और उत्तराखंड में
शुरु की गई है. हालांकि कोलगेट संबंधी गुम फाइलों के मुद्दे को लेकर विपक्ष
के हंगामें के कारण संसद में इस विधेयक पर चर्चा नहीं हो सकी. सोनिया ने
अनेक महिलाओं को अनाज के पैकेट और आधार आधारित स्मार्ट कार्ड सौंप कर इस
योजना का शुभारंभ किया. उन्होंने आम आदमी के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव
लाने के लिए संप्रग सरकार की सराहना की लेकिन साथ ही कहा कि संघर्ष अभी
समाप्त नहीं हुआ है और अभी बहुत कुछ किया जाना है.
उन्होंने कहा कि देश में अभी भी लोग हैं जिन्हें दो वक्त का खाना नसीब नहीं
होता और यह सरकार का दायित्व है कि अत्यंत गरीबों का ख्याल रखे. उन्होंने
कहा कि यही कारण था कि खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम तैयार किया गया.