नयी दिल्ली। सरकार ने आज माना कि राजधानी से एकत्र किए गए दूध के 71 नमूनों में से 50 नमूने खाद्य मानकों के अनुरूप नहीं पाए गए क्योंकि उनमें ग्लूकोज और मलाई उतारा हुआ :स्कीम्ड: दूध पाउडर मिलाया गया था।
सरकार ने पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा और मिजोरम में दूध के अधिकतर नमूने भी मानकों के अनुरूप नहीं पाए जाने की बात स्वीकार की।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री गुलाम नबी आजाद ने आज राज्यसभा को बताया कि यह नमूने भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण :एफएसएसएआई: ने एकत्र किए थे। तरल दूध के इन 71 नमूनों की जांच सुरक्षा एवं मानक विनियम :खाद्य उत्पाद मानक एवं खाद्य संयोजी: :फूड प्रोडक्ट्स स्टेंडर्ड एंड फूड एडिटिव्स:, 2011 के तहत की गई।
आजाद ने विजय दर्डा के प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि इन 71 में से 50 नमूने मानकों के अनुरूप नहीं पाए गए। उनमें ग्लूकोज और मलाई उतारा हुआ :स्कीम्ड: दूध पाउडर पाया गया।
उन्होंने बताया कि देश में दूध की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए एफएसएसएआई ने राष्ट्रीय सर्वेक्षण किया जिसमें 68.4 फीसदी नमूने सुरक्षा एवं मानक विनियम, 2011 के अनुरूप नहीं पाए गए।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री ने बताया कि इस सर्वेक्षण के परिणामों के अनुसार गोवा, पुडुचेरी और आंध्रप्रदेश की स्थिति अपेक्षाकृत बेहतर है। इसके विपरीत पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा ओर मिजोरम में मानकों के अनुरूप न पाए गए नमूनों का प्रतिशत 100, गुजरात में 89 और जम्मू कश्मीर में 83 प्रतिशत रहा।
भाषा