सागर (मप्र) : बुंदेलखंड में पन्ना जिले के राजापुर गांव के आदिवासी द्वारा गेहूं के बदले बच्चे को गिरवी रखे जाने संबंधी खबरों को प्रशासन ने गलत बताते हुए कहा है कि इस क्षेत्र में सरकार की रोजगारमूलक योजनाएं और खाद्यान्न वितरण योजना अच्छी चल रही है, इसलिए ऐसी घटना संभव नहीं है.
सागर के संभागायुक्त राजकुमार माथुर ने मीडिया को पन्ना जिले के प्रभारी कलेक्टर द्वारा भेजी गयी रिपोर्ट के हवाले से बताया कि पन्ना जिले के राजापुर गांव के किसी परिवार द्वारा गरीबी या किसी अन्य कारण से गेहूं के बदले बेटे को सतना जिले के किसी गांव में गिरवी जाने संबंधी खबर सही नहीं है.
माथुर ने प्रशासन के पक्ष की पुष्टि करने के लिए बताया कि उस ग्राम पंचायत क्षेत्र में चार अलग अलग तरह के निर्माण व रोजगारमूलक कार्य चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना और सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत खाद्यान्न वितरण हो रहा है, इसलिए कोई कारण नजर नहीं आता कि इस तरह से बच्चों को गिरवी रखने के कोई हालात वहां बने हों.
माथुर ने कहा कि हालांकि इस सबके बावजूद पन्ना जिले के कलेक्टर को कहा गया है कि वह महिला अधिकारियों के साथ एक व्यवस्थित दल बनाकर घटना की जांच करें और इसके तहत सतना जिले के उस गांव जाकर भी हकीकत का पता लगाये जहां बच्चे को गिरवी रखा जाना बताया जा रहा है.