जनाई (पश्चिम बंगाल)। उच्चतम न्यायालय द्वारा टाटा मोटर्स को सिंगूर की जमीन पर लीजहोल्ड अधिकार को लेकर अपना रूख साफ करने के लिए कहे जाने को अपनी नैतिक जीत बताने के एक दिन बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज कहा कि अनिच्छुक किसानों को जमीन वापस मिलने के बाद ही उन्हें शांति मिलेगी।
ममता ने हुगली जिले में यहां एक पंचायत चुनाव रैली में कहा, ‘‘सिंगुर में :अनिच्छुक: किसानों को जमीन वापस करने की जब मेरी आकांक्षा पूरी हो जाएगी तब ही मुझे शांति मिलेगी। ”
उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस कभी भी सिंगूर में जमीन नहीं अधिग्रहीत करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘जब किसी की जमीन जबर्दस्ती ली जाती है और वह भिखारी बन जाता है तो मैं बड़ी पीड़ा महसूस करती हूं। ”
जमीन वापसी की मांग पर सिंगूर में अगस्त-सितंबर, 2008 में टाटा मोटर्स के बाहर 15 दिनों के अपने धरने को याद करते हुए कहा, ‘‘कई दिनों तक मुझे मच्छरों ने काटा और नालियों की बदबू झेलनी पड़ी। ”
सिंगूर आंदोलन पर ही सवार होकर ममता बनर्जी सत्ता तक पहुंचीं। उन्होंने 2011 में घोषणा की थी कि वह अनिच्छुक किसानों को 400 एकड़ जमीन लौटाएगीं। यह मामला अदालती पचड़े में फंस गया है।
भाषा