बगहा (पश्चिम चम्पारण) : पुलिस जिला के नौरंगिया थाना क्षेत्र के अमवा कटहरवा गांव में सोमवार दोपहर पुलिस फायरिंग में छह ग्रामीणों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। कई जख्मी हैं, इनमें से दो की हालत गंभीर है। इन्हें अनुमंडलीय अस्पताल से बेतिया रेफर कर दिया गया है। बगहा एसडीपीओ शैलश कुमार सिन्हा, इंस्पेक्टर दयानाथ झा सहित चार थानाध्यक्ष सहित दो दर्जन जवान घायल हुए हैं। उनका इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। इस घटना के विरोध में राजद समेत विपक्षी पार्टियों ने बगहा बंद और अनिश्चितकालीन अनशन की घोषणा की है। गोलीबारी का कारण पुलिस पर ग्रामीणों का हमला और आत्मरक्षार्थ फायरिंग बताया गया है। मुजफ्फरपुर प्रक्षेत्र के आइजी पंकज दाराद के मुताबिक, पांच लोगों की मरने की बात एसपी द्वारा बताई गई है। पड़ोस के जिलों से भी फोर्स को भेजा गया है।
जानकारी के अनुसार, एक पखवारे पहले वाल्मीकिनगर थाने के दरदरी गांव निवासी रामायण काजी का पुत्र चन्देश्वर काजी नौरंगिया थाना के देवताहा गांव निवासी रामचन्द्र खतईत के घर भाड़े पर साउंड बॉक्स बजाने गया था। वहां उसे 16 जून तक देखा गया। उसके बाद वह अचानक गायब हो गया। काफी खोजबीन के बाद चन्द्रेश्वर नहीं मिला, तो उसके पिता ने नौरंगिया थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। फिर बालेश्वर महतो, रविकेश कुमार, कृष्णदेव काजी को संदिग्ध बताते हुए शनिवार को प्राथमिकी दर्ज कराई। कहा कि उसके पुत्र की हत्या कर शव गायब कर दिया गया है। रविवार की रात नौरंगिया पुलिस ने संदिग्धों में से एक को कब्जे में ले लिया। सोमवार को कई गांवों के लोग नौरंगिया थाना पहुंचकर हिरासत में लिए गए युवक को ग्रामीणों के हवाले करने की मांग करने लगे। एसडीपीओ शैलेश कुमार सिन्हा पुलिस बल के साथ पहुंचे और आक्रोशित ग्रामीणों को समझा-बुझाकर वापस कर दिया। एसडीपीओ ने बताया कि करीब दो घंटे बाद कटहरवा गांव से ग्रामीणों ने सूचना दी कि चन्द्रेश्वर का शव मिल गया है। सूचना पर एसडीपीओ के नेतृत्व में इंस्पेक्टर दयानाथ झा व तीन थाने की पुलिस गांव पहुंची। एसडीपीओ नहर पर रुक गए। इंस्पेक्टर झा, नौरंगिया थानाध्यक्ष विनय कुमार सिंह, लौकरिया थानाध्यक्ष राजन पांडेय, अवर निरीक्षक दिवाकर काजी ग्रामीणों के बताए गए स्थल पर पहुंचे। वहां पहले से सैकड़ों की संख्या में मौजूद ग्रामीणों ने उन लोगों को बंधक बना लिया। उन्हें छोड़ने के एवज में ग्रामीण गिरफ्तार लोगों को अपने हवाले करने की मांग करने लगे। कथित तौर पर पुलिस अफसरों की पिटाई भी हुई। किसी तरह पुलिस पदाधिकारी वहां से निकल भागे। एक किलोमीटर तक ग्रामीण उन्हें खदेड़ते रहे। इस दौरान कई पुलिस अफसरों से ग्रामीणों की हाथापाई भी हुई। उधर दूसरी तरफ उत्तेजित भीड़ ने हमला कर एसडीपीओ को घायल कर दिया। पुलिस ने हवाई फायरिंग शुरू की। उसके बाद उग्र ग्रामीण पुलिस पर पथराव करने लगे। वाल्मीकिनगर थाना की पुलिस जीप को तोड़कर गड्ढे में गिरा दिया। अपने को चारों तरफ से घिरा देख पुलिस ने कई लोगों पर गोलियां चलाई, जिसमें छह ग्रामीणों की मौत हो गई। कई लोग घायल हो गए।
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मुख्यमंत्री ने दिए उच्चस्तरीय जांच के आदेश
पटना : बगहा गोलीकांड के बाद उत्पन्न स्थिति के मद्देनजरमुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देर शाम डीजीपी अभयानंद व गृह विभाग के प्रधान सचिव के साथ एक आपात बैठक की। उन्होंने पूरी घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर एडीजी (पुलिस मुख्यालय) एसके भारद्वाज और सचिव स्तर के अधिकारी जेल आइजी आनंद किशोर को घटना की जांच के लिए बगहा रवाना कर दिया गया है। संयुक्त जांच के बाद दोनों अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपेंगे। मुख्यमंत्री ने इस बीच स्थानीय लोगों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है।