पश्चिम चंपारण जिले में करोड़पति पंचायत जनप्रतिनिधियों की कमी नहीं है. यह बात अलग है कि सब ने घोटाले की बदौलत संपत्ति जुटायी है, लेकिन उसने संपत्ति के रिकॉर्ड को खंगालने में पुलिस जुटी हुई है.
जिले के दो मुखिया के घरों पर राज्य की आर्थिक अपराध इकाई ने गुरुवार को छापेमारी की. इस छापेमारी से आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने वाले मुखिया और पंचायत जनप्रतिनिधियों में बौखलाहट है. गुरुवार को जिले के बैरिया प्रखंड के दक्षिणी पटजिरवा के मुखिया सुनील वर्मा और मझौलिया प्रखंड के बहुअरवा की मुखिया अर्चना श्रीवास्तव के घरों पर छापामारी हुई. मुखिया सुनील की करीब चार करोड़ एवं अर्चना श्रीवास्तव की करीब 1.27 करोड़ की चल-अचल संपत्ति का विजिलेंस ने पता लगाया है. अर्चना श्रीवास्तव के एक मकान की तलाशी नहीं ली जा सकी है, क्योंकि छापेमारी के वक्त वहां परिवार का कोई सदस्य नहीं था. पुलिस ने इस मकान को सील कर दिया है. इस मकान की कीमत करीब एक करोड़ आंकी गयी है.