गुवाहाटी। राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो (एनसीआरबी)की ताजा रिपोर्ट के अनुसार पूर्वोत्तर में महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाओं की सर्वोच्च वृद्धि दर असम में दर्ज की गई और देश में इसका स्थान सातवां है।
पिछले एक साल में असम में महिलाओं के खिलाफ अपराध की 13 हजार 544 घटनाएं हुईं और देश में उसका स्थान सातवां रहा। पश्चिम बंगाल इस तरह के 30 हजार 942 मामलों के साथ सूची में शीर्ष पर रहा। उसके बाद आंध्र प्रदेश में 28 हजार 171, उत्तर प्रदेश में 23 हजार 569, राजस्थान में 21 हजार 106, मध्य प्रदेश में 16 हजार 832 और महाराष्ट्र में 16 हजार 353 मामले दर्ज किए गए। पूर्वोत्तर क्षेत्र में नगालैंड महिलाओं के लिए सर्वाधिक अनुकूल राज्य रहा। वहां महिलाओं के खिलाफ अपराध की सिर्फ 51 घटनाएं रिपोर्ट की गई। इसके बाद सिक्किम का स्थान रहा। वहां इस तरह के 68 मामले हुए। त्रिपुरा में महिलाओं के खिलाफ अपराध की 1559 घटनाएं दर्ज की गईं। मणिपुर में 304, मेघालय में 255, अरुणाचल प्रदेश में 201 और मिजोरम में 199 घटनाएं दर्ज हुईं।
बलात्कार के मामलों में असम का देश में छठा स्थान रहा। मध्य प्रदेश 3425 मामलों के साथ इस मामले में शीर्ष पर रहा। उसके बाद 2049 मामलों के साथ राजस्थान का स्थान आता है। पश्चिम बंगाल में बलात्कार के 2046 मामले, उत्तर प्रदेश में 1963 मामले और महाराष्ट्र में 1839 मामले दर्ज किए गए। पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों में त्रिपुरा में बलात्कार के 229, मेघालय में 164, मिजोरम में 103, मणिपुर में 63, अरूणाचल प्रदेश में 46, सिक्किम में 34 और नगालैंड में 21 मामले दर्ज किए गए। महिलाओं के अपहरण के मामले में असम देश में चौथे स्थान पर रहा। असम में 3360 मामले दर्ज किए गए। वहीं, 1910 मामलों के साथ इस संबंध