वैसे तो कलावती की पहचान देश के पहले यूआइडी पंचायत दोहाकातू की मुखिया के तौर पर होती है. रामगढ जिले के सदर प्रखंड के दोहाकातू पंचायत में ही देश में सबसे पहले आधार कार्ड के जरिये कैश ट्रांसफर के द्वारा सीधे लाभुकों के खाते में सहायता राशि के हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू की गयी थी. मगर आंगनबाड़ी सेविका के रूप में अपना सामाजिक जीवन शुरू करने वाली कलावती को एक इमानदार और हौसले से भरपूर पंचायत प्रतिनिधि के तौर पर उनके पंचायत और आसपास के इलाकों में लोग जानते रहे हैं.
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