गांवों को भगवान भरोसे छोड़ अब शहरों का रुख करेंगे डॉक्टर्स- इंद्रप्रीत सिंह

चंडीगढ़. डॉक्टरों की हड़ताल खत्म करने की सभी कोशिशें सोमवार को नाकाम रहीं। स्वास्थ्य मंत्री मदन मोहन मित्तल ने ग्रामीण विकास मंत्री सुरजीत सिंह खरडा से दो दिनों के लिए एक हजार ग्रामीण डॉक्टरों को शहरों के अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाओं के लिए भेजने को कहा है।

मुख्यालय में बैठे सभी डॉक्टरों से भी जिलों के अस्पतालों में ड्यूटी देने को कहा गया है। इसके अलावा मुख्यालय में एक कंट्रोल रूम भी बनाया गया है ताकि राज्य में कहीं गंभीर स्थिति होने पर तत्काल कदम उठाए जा सकें। वहीं, पीसीएमएस के प्रधान डॉ. हरदीप सिंह ने कहा, ‘सरकार समस्या को सुलझाने की बजाए उलझा रही है। सौ अस्पतालों को अपग्रेड करने के चक्कर में बाकी 176 अस्पतालों को डी ग्रेड किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए हमारे पास हड़ताल के सिवा और कोई विकल्प नहीं था।Ó डॉक्टर्स की हड़ताल बढऩे की स्थिति में सरकार एस्मा भी लगा सकती है। इस बीच, करीब ६२ डॉक्टर्स के ट्रांसफर रोक दिए हैं। गौरतलब है कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं पहले से बदहाल हैं। ऐसी स्थिति में वहां के डॉक्टर्स को दो दिनों के लिए शहरों में तैनात करने से हालात और भी बिगडऩे के आसार हैं। लेकिन सरकार ने इस बात को नजरअंदाज कर दिया है।

62 डॉक्टरों के ट्रांसफर रोके गए
हड़ताल से निपटने के लिए स्वास्थ्य मंत्री मदन मोहन मित्तल ने रविवार को विभाग के सीनियर अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई। भास्कर के साथ बातचीत में मित्तल ने कहा, ‘हड़ताल पर जा रहे ऐसे करीब ६२ डॉक्टर्स जिन्हें सचमुच प्राब्लम थी, उनके ट्रांसफर रोक दिए गए हैं। वहीं, स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ अशोक नैय्यर ने कहा कि सरकार सेवाओं को बहाल करने के लिए हरसंभव कार्रवाई करेगी।

सरकार अब भी बातचीत के लिए तैयार है। ट्रांसफर से तकलीफ उन डॉक्टर्स को हो रही है जिनकी प्राइवेट प्रैक्टिस बंद हो रही है।
-मदन मोहन मित्तल, सेहत मंत्री

मीडिया के जरिए दिया बातचीत का न्यौता
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एसोसिएशन के साथ बातचीत के लिए हमारे द्वार खुले हैं। लेकिन सेहत विभाग ने डॉक्टरों को वार्ता को नहीं बुलाया। डायरेक्टर डॉ. अशोक नैय्यर ने कहा, ‘हमें हड़ताल की सूचना एसोसिएशन ने नहीं दी है। मीडिया के जरिए पता चला। सेहत मंत्री ने भी मीडिया के जरिए ही उन्हें न्यौता दिया है।

1800 स्पेशलिस्ट डॉक्टर हड़ताल से दूर
लुधियानात्नपीसीएमस स्पेशलिस्ट डॉक्टर एसोसिएशन ने सीपीएमएस डॉक्टर्स की ओर से घोषित हड़ताल में शामिल नहीं होने का ऐलान किया है। एसोसिएशन के लुधियाना जिला प्रधान डॉ. अविनाश जिंदल ने बताया कि एसोसिएशन के 1800 स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स इस हड़ताल में शामिल नहीं हैं।


ये डॉक्टर्स पहले की तरह ड्यूटी देंगे। उधर, पीसीएमएस डॉक्टर्स एसोसिएशन के प्रदेश प्रधान डॉ. हरदीप सिंह ने कहा, चाहे स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स ने इस हड़ताल में शामिल होने से इनकार कर दिया हो लेकिन हमारी एसोसिएशन अपनी मांगों के समर्थन में हड़ताल करेगी।

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