चालू रबी विपणन सीजन 2013-14 में गेहूं की सरकारी खरीद 16 फीसदी पिछड़कर 239.59 लाख टन की ही हो पाई है। प्रमुख उत्पादक राज्यों में गेहूं की दैनिक आवक कम हो गई है। ऐसे में सरकारी खरीद 250 लाख टन के आस-पास सिमटने की संभावना है।
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई ) के अनुसार चालू रबी विपणन सीजन 2013-14 में गेहूं की सरकारी खरीद अभी तक 239.59 लाख टन की ही हो पाई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 284.95 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद हो चुकी थी। गेहूं की सरकारी खरीद में सबसे ज्यादा कमी हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पंजाब में आई है।
एफसीआई के अनुसार चालू रबी विपणन सीजन में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पंजाब से अभी तक 107.22 लाख टन गेहूं की खरीद ही हो पाई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 122.10 लाख टन गेहूं खरीदा गया था।
इसी तरह से हरियाणा में चालू रबी में अभी तक केवल 58.40 लाख टन गेहूं ही खरीदा गया है जबकि पिछले साल इस समय तक 83.34 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी थी। गेहूं उत्पादन में अग्रणी राज्य उत्तर प्रदेश से चालू रबी में अभी तक केवल 5.43 लाख टन गेहूं की ही खरीद हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 15.99 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है।
मध्य प्रदेश में चालू रबी विपणन सीजन में गेहूं की खरीद में जरूर बढ़ोतरी हुई है। मध्य प्रदेश से गेहूं की एमएसपी पर खरीद बढ़कर 58.28 लाख टन की हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 50.06 लाख टन गेहूं ही खरीदा गया था।
राजस्थान से चालू रबी विपणन सीजन में 10.11 लाख टन गेहूं की खरीद हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 11.26 लाख टन गेहूं खरीदा गया था।