बैंगलूर (भाषा)। कर्नाटक के नवनियुक्त मुख्यमंत्री सिद्धरामैया ने मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठते ही कल पहले ही दिन कांग्रेस के चुनाव वादे को पूरा करते हुये गरीबों, अनुसूचित जाति एवं जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यकों के लिये 4,409.81 करोड़ रुपये के तोहफे की घोषणा की। सिद्धरामैया ने कल एक बैठक में कहा कि अगले महीने से एक रुपये की दर से हर महीने 30 किलो चावल उपलब्ध कराया जायेगा। इससे गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले 98.17 लाख लोगों को फायदा होगा। इससे राज्य के खजाने पर हर साल 460 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ बढ़ेगा।
ये निर्णय उनके मुख्यमंत्री की शपथ लेने के कुछ ही मिनट बाद घोषित किया गये। मुख्यमंत्री ने दूध उत्पादक किसानों के लिये सब्सिडी दो रुपये से बढ़ाकर चार रुपये लीटर कर दी है। राज्य के 7.5 लाख किसानों को इसका लाभ मिलेगा। इस मद में राज्य सरकार को हर साल 496 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे।
गरीबों के लिये मकान बनाने के वास्ते इंदिरा आवास योजना सहित विभिन्न योजनाओं के तहत दी जाने वाली सब्सिडी को भी 75,000 रुपये से बढ़ाकर 1.2 लाख रुपये कर दिया गया। सिद्धरामैया ने अनुसूचित जाति एवं जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यकों द्वारा सरकारी संस्थानों से लिये गये कर्ज की एकबारगी माफी की घोषणा भी की है।
‘‘भाग्य ज्योति” योजना के तहत गरीबों के बिजली के कनेक्शन फिर से चालू किये जायेंगे। इससे 20 लाख लोगों को फायदा पहुंचेगा और राज्य सरकार पर 268 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा ‘‘… जो घोषणायें की गई है उन सबसे कुल मिलाकर राज्य सरकार पर 4,409.81 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा और इससे 1.38 करोड़ लोगों को फायदा पहुंचेगा।”
उन्होंने कहा कि चुनाव घोषणापत्र में जो भी वादे किये गये हैं अगले चार साल के दौरान सभी को पूरा किया जायेगा।