खाद्य सुरक्षा की चिंता होगी छू-मंतर

वैज्ञानिकों द्वारा नवीकरणीय ऊर्जा के स्नेत खोजने का सिलसिला जारी है.
इसी में एक है, धरती पर असीम मात्र में पायी जाने वाली लकड़ी का एक मुख्य
तत्व सेल्युलोज. लेकिन इस दिशा में शोध करते हुए जीवविज्ञानियों को एक नयी
चीज का पता चला है.

शोधरत जीवविज्ञानियों का कहना है कि सेल्युलोज न सिर्फ नवीकरणीय ऊर्जा
बल्कि विश्व में खाद्य सुरक्षा की चिंता को भी समाप्त करने में सहायक सिद्ध
हो सकता है. शोध से जुड़े जीवविज्ञानियों का दावा है कि उन्होंने एक ऐसी
तरकीब ढ़ूंढ़ निकालने में कामयाबी हासिल की है, जिससे सेल्युलोज को स्टार्च
में तब्दील किया जा सकता है. स्टार्च मानव आहार में पाये जाने वाला सबसे
आम काबरेहाइड्रेट होता है.

दावा किया जा रहा है कि वैश्विक स्तर पर प्रत्येक वर्ष पेड़ों में 180
बिलियन टन सेल्युलोज का निर्माण होता है. यह शोध कार्य वर्जीनिया
पॉलिटेकिAक इंस्टीट्यूट और ब्लैक्सबर्ग यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक कर रहे
हैं. शोधरत वैज्ञानिकों का कहना है कि उन्हें इस दिशा में चीन से सुराग
हासिल हुआ है.
(स्नेत : साइंसमैगडॉट ओआरजी)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *