11वें दिन भी जारी रहा केजरीवाल का उपवास: नेचुरोपैथी के सहारे है अनशन

नई दिल्ली. महंगी बिजली एवं पानी के खिलाफ आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल का उपवास मंगलवार को 11वें दिन भी जारी रहा।

शुगर से पीडि़त अरविंद की सेहत की निगरानी के लिए प्राकृतिक चिकित्सा को अपनाया जा रहा है। उनके दिन की शुरुआत ध्यान और योग से हो रही है और दिनभर मौन व्रत का पालन किया जा रहा है। उन्हें दिनभर में सिर्फ पांच से छह मिनट ही बोलने की अनुमति दी गई है।

भास्कर से विशेष बातचीत के दौरान अरविंद के स्वास्थ्य पर लगातार नजर रख रहे योगाचार्य डॉ. विनोद कुमार शर्मा ने बताया कि प्राकृतिक दिनचर्या का पालन करने की वजह से उनकी सेहत सामान्य है। उपवास कर रहे अरविंद की देखभाल नेचुरोपैथी के तहत की जा रही है।

इसके तहत उनके दिन की शुरुआत योग और ध्यान से होती है जो उनकी आंतरिक ऊर्जा का सबसे बड़ा स्रोत है और उन्हें दिनभर ऊर्जावान बनाए रखता है। आहार के रूप में वह 24 घंटे में आठ से दस लीटर उबाल कर ठंडा किए हुए पानी का सेवन कर रहे हैं।

आचार्य विनोद ने बताया कि आम धारणा है कि उपवास में सिर्फ पानी का सेवन शुगर के मरीजों के लिए उचित नहीं होता जबकि मजेदार बात यह है कि अबतक अरविंद का शुगर लेवल बिलकुल सामान्य है। उन्होंने कहा कि दरअसल सही नियम से उपवास किया जाए तो लम्बे उपवास से शुगर का पूर्ण इलाज संभव है। अरविंद को दिनभर आराम करने की हिदायत है और वह सिर्फ जरूरत पडऩे पर पांच से आठ मिनट ही बोल सकते हैं।

चिकित्सकों की सलाह है कि वह जितना सोएंगे उनकी ऊर्जा बची रहेगी। उन्होंने बताया कि अरविंद पिछले दस दिनों से कमरे के भीतर ही आराम कर रहे हैं। जरूरत को देखते हुए विटामिन डी के सेवन के लिए उन्हें मंगलवार को पहली बार धूप में ले जाया गया। उपवास की वजह से सातवें दिन अरविंद कमजोर महसूस कर रहे थे लेकिन अबतक उनकी सेहत सामान्य बनी हुई है।

अनशन कब तक जारी रखा जा सकता है इस पर योगाचार्य ने बताया कि सही नियम से उपवास करने का सटीक उदाहरण भगत सिंह हैं जिन्होंने 50 से भी ज्यादा दिनों तक उपवास किया था। अरविंद की स्वास्थ्य की निगरानी में योगाचार्य के अलावा तीन अन्य एलोपैथी डॉक्टर भी लगे हुए हैं।

अरविंद को मिला पुराने साथियों का समर्थन

नई दिल्ली.अन्ना टीम के अपने पुराने साथियों का भी मंगलवार को आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल को समर्थन मिला। मजदूर किसान शक्ति संगठन की नेता अरुणा राय और नेशनल अलायंस ऑफ पीपुल्स मूवमेंट ने बयान जारी कर अपना समर्थन दिया है। अरुणा राय, निखिल डे और शंकर सिंह के हस्ताक्षर से जारी बयान में एमकेएसएस ने कहा कि बढ़ाए गए बिजली के बिलों के विषय में सक्षम निकाय से स्वतंत्र और बिलों में पारदर्शिता के लिए विस्तृत जांच की जानी चाहिए और कैग से ऑडिट कराना चाहिए।

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