विदेश व्यापार – अक्टूबर से अब तक 80 लाख गांठ कॉटन का निर्यात
तेजी का आलम
अहमदाबाद शंकर-6 34 हजार रुपये से बढ़कर 40 हजार रुपये प्रति कैंडी
पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में दैनिक आवक घटकर 17,000 गांठ
दैनिक आवक गुजरात में 32,000 गांठ और महाराष्ट्र में 22,000 गांठ
न्यूयॉर्क में महीने भर में कॉटन 9′ बढ़कर 92.50 सेंट प्रति पाउंड
पिछले दो माह में कॉटन के दाम 17 फीसदी से भी ज्यादा चमके
निर्यातकों की मांग बढऩे से कॉटन के दाम चालू सीजन में उच्चतम स्तर
पर पहुंच गए हैं। पिछले दो महीने में कीमतों में 17.3 फीसदी की तेजी आकर
अहमदाबाद में शंकर-6 किस्म की कॉटन के दाम 39,500-40,000 रुपये प्रति कैंडी
(एक कैंडी 356 किलो) हो गए। चालू सीजन में अभी तक करीब 80 लाख गांठ (एक
गांठ-170 किलो) कपास का निर्यात हो चुका है।
कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीएआई) के अध्यक्ष डी. एन. सेठ ने बताया कि
यार्न और कॉटन में निर्यात मांग अच्छी बनी हुई है। चालू सीजन में अक्टूबर
से अभी तक करीब 80 लाख गांठ कॉटन का निर्यात हो चुका है। अंतरराष्ट्रीय
बाजार में कॉटन की कीमतों में आई तेजी से निर्यातकों को मार्जिन भी अच्छा
मिल रहा है।
घरेलू बाजार में कॉटन की कीमतों में तेजी आगामी दिनों में अंतरराष्ट्रीय
बाजार के दाम पर निर्भर करेगी। मुक्तसर कॉटन प्राइवेट लिमिटेड के
डायरेक्टर नवीन ग्रोवर ने बताया कि यार्न में निर्यात मांग अच्छी बनी हुई
है जबकि गुजरात और महाराष्ट्र में अच्छी क्वालिटी की कॉटन की कमी है।
विदेशी बाजार में कॉटन की कीमतें पिछले साल के मुकाबले 5 फीसदी ऊपर बनी
हुई है। न्यूयॉर्क बोर्ड ऑफ ट्रेड में मार्च महीने के वायदा अनुबंध में
कॉटन की कीमतें 27 दिसंबर 2012 को 76.01 सेंट प्रति पाउंड थी, जबकि 15
मार्च को मई महीने के वायदा अनुबंध में इसका दाम बढ़कर 92.50 सेंट प्रति
पाउंड पर बंद हुआ। विदेशी बाजार में महीनेभर में ही कॉटन की कीमतों में
9.31 फीसदी की तेजी आ चुकी है।
केसीटी एंड एसोसिएट के मैनेजिंग डायरेक्टर राकेश राठी ने बताया कि
उत्पादक मंडियों में कपास की दैनिक आवक पहले की तुलना में कम हो गई है।
कीमतों में आई से स्टॉकिस्टों की बिक्री भी कम हुई है। अहमदाबाद मंडी में
शंकर-6 किस्म की कॉटन के दाम शनिवार को बढ़कर 39,500-40,000 रुपये प्रति
कैंडी हो गए जबकि 15 जनवरी को भाव 33,900 से 34,100 रुपये प्रति कैंडी थे।
उत्तर भारत के राज्यों पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में दैनिक आवक घटकर
17,000 (एक गांठ-170 किलो), गुजरात में 32,000 गांठ और महाराष्ट्र में
22,000 गांठ की रह गई है। उत्पादक मंडियों में कपास की कीमतों में आई तेजी
से सीसीआई द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद भी बंद हो गई है।
केंद्र सरकार ने चालू विपणन सीजन 2012-13 के लिए मीडियम स्टेपल की कपास
का एमएसपी 3,600 रुपये और लांग स्टेपल वाली किस्म की कपास का एमएसपी3,900
रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है।
कृषि मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार वर्ष 2012-13 में देश में
338 लाख गांठ कॉटन का उत्पादन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 352 लाख
गांठ कपास का उत्पादन हुआ था।