जालंधर (भाषा)। पंजाब के कपूरथला जिले में तीन साल पहले एक दलित नाबालिग
लडकी को एक जमींदार के हाथ बेच देने के मामले में पुलिस की निष्क्रियता पर
दलित आयोग ने जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को आज जालंधर में तलब किया।
उन्हें इस बारे में तीन दिन में प्राथमिकी दर्ज करने और एक हफ्ते के भीतर
आरोपियों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया है।
राष्ट्रीय अनुसूचित
जाति आयोग के उपाध्यक्ष राज कुमार वेरका ने एक शिकायत पर कारर्रवाई करते
हुए कपूरथला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को आज जालंधर में तलब किया था ।
हालांकि वह खुद आयोग के समक्ष नहीं आये और उन्होंने अपने पुलिस अधीक्षक
बलजीत सिंह को भेज दिया था ।
वेरका ने अधिकारी से कहा, ‘‘वह तीन दिन के भीतर मामले की जांच कर आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करें और एक सप्ताह के भीतर उन्हें गिरफ्तार कर कार्रवाई रिपोर्ट आयोग में
पेश करें और अगर ऐसा नहीं किया जाता तो जालंधर संभाग तथा बार्डर संभाग के
पुलिस महानिरीक्षक समेत सभी वरिष्ठ अधिकारियों को उनकी फाइलों के साथ तलब
किया जाएगा ।’’
इससे पहले आयोग ने पुलिस अधीक्षक से पूछा कि आपके इलाके
में तीन साल पहले एक नाबालिग लडकी को बेच दिया गया । किसी तरह भाग कर आयी
पीडिता ने लगभग ढ़ाई महीने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई लेकिन अबतक कोई
कार्रवाई क्यों नहीं हुई है ।
पुलिस अधिकारी ने आयोग को बताया कि मामले
की जांच के बाद गुरदासपुर की बटाला पुलिस को आगे की जांच करने को कहा गया
है । इस पर आयोग ने पुलिस अधिकारी को फटकार लगाते हुए कहा कि ‘‘आप अपनी
जिम्मेदारी से भाग रहे हैं ।’’
लडकी को एक जमींदार के हाथ बेच देने के मामले में पुलिस की निष्क्रियता पर
दलित आयोग ने जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को आज जालंधर में तलब किया।
उन्हें इस बारे में तीन दिन में प्राथमिकी दर्ज करने और एक हफ्ते के भीतर
आरोपियों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया है।
राष्ट्रीय अनुसूचित
जाति आयोग के उपाध्यक्ष राज कुमार वेरका ने एक शिकायत पर कारर्रवाई करते
हुए कपूरथला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को आज जालंधर में तलब किया था ।
हालांकि वह खुद आयोग के समक्ष नहीं आये और उन्होंने अपने पुलिस अधीक्षक
बलजीत सिंह को भेज दिया था ।
वेरका ने अधिकारी से कहा, ‘‘वह तीन दिन के भीतर मामले की जांच कर आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करें और एक सप्ताह के भीतर उन्हें गिरफ्तार कर कार्रवाई रिपोर्ट आयोग में
पेश करें और अगर ऐसा नहीं किया जाता तो जालंधर संभाग तथा बार्डर संभाग के
पुलिस महानिरीक्षक समेत सभी वरिष्ठ अधिकारियों को उनकी फाइलों के साथ तलब
किया जाएगा ।’’
इससे पहले आयोग ने पुलिस अधीक्षक से पूछा कि आपके इलाके
में तीन साल पहले एक नाबालिग लडकी को बेच दिया गया । किसी तरह भाग कर आयी
पीडिता ने लगभग ढ़ाई महीने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई लेकिन अबतक कोई
कार्रवाई क्यों नहीं हुई है ।
पुलिस अधिकारी ने आयोग को बताया कि मामले
की जांच के बाद गुरदासपुर की बटाला पुलिस को आगे की जांच करने को कहा गया
है । इस पर आयोग ने पुलिस अधिकारी को फटकार लगाते हुए कहा कि ‘‘आप अपनी
जिम्मेदारी से भाग रहे हैं ।’’