बंपर पैदावार से सरसों में भारी गिरावट का अनुमान- प्रमोद कुमार शर्मा


अगले हफ्तों के दौरान मंडियों में आवक पहुंच जाएगी दो लाख बोरी तक

 


मौजूदा रबी सीजन के दौरान देश में सरसों का उत्पादन 20 फीसदी से
ज्यादा बढऩे का अनुमान है। सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन के मुताबिक
पिछले वर्ष 58 लाख टन सरसों का उत्पादन हुआ था। जबकि मौजूदा सीजन में सरसों
उत्पादन 71.12 लाख टन बैठने का अनुमान है, जो पिछली बार के मुकाबले 13 लाख
टन ज्यादा होगा। दूसरी तरफ मंडियों में नई सरसों की आवक बढऩे लगी है।

इससे कीमतों पर दबाव बनने लगा है। इससे पिछले एक सप्ताह के दौरान
राजस्थान की मंडियों में सरसों के भावों में पांच फीसदी से ज्यादा की
गिरावट दर्ज की गई।


सूत्रों के मुताबिक पिछले सप्ताह एसोसिएशन की टीम ने सरसों उत्पादक क्षेत्रों का सर्वे किया था।

इस टीम के मुताबिक राजस्थान में 34.35 लाख टन, उत्तर प्रदेश में दस लाख
टन, मध्य प्रदेश में 8.05 लाख टन, पंजाब में 7.38 लाख टन, पश्चिम बंगाल में
3.50 लाख टन, गुजरात में 3.18 लाख टन, बिहार में 1.66 लाख टन और अन्य
प्रदेशों में 3 लाख टन सरसों की पैदावार होने की संभावना है।

इस तरह पूरे देश में मौजूदा रबी सीजन में 71.12 लाख टन सरसों का उत्पादन
होने का अनुमान है, जबकि पिछले साल 58 लाख टन सरसों का उत्पादन हुआ था।

जयपुर के थोक व्यापारी अनिल चतर का कहना है कि राजस्थान समेत पूरे देश
में पैदावार बढऩे के अनुमान के साथ नई फसल की आवक तेज होने से पिछले एक
सप्ताह में सरसों की कीमतों पांच फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है।

मसलन 5 फरवरी को जयपुर मंडी में 42 फीसदी कंडीशन पुरानी सरसों के भाव
4000 से 4005 रुपये प्रति क्विंटल थे, जो 11 फरवरी तक घटकर 3800 से 3805
रुपये रह गए हैं। जबकि नई सरसों 3700 से 3775 रुपये क्विंटल बिक रही है।

इस तरह प्रदेश की अन्य मंडियों में भी सरसों के भावों में  गिरावट दर्ज
की गई है। वायदा सौदों में भी सरसों के भावों में नरमी का रुख बना है। 
उन्होंने बताया कि सोमवार को पूरे देश में 50000 बोरी (प्रति बोरी 100
किलो) नई सरसों की आवक हुई है, अकेले राजस्थान की मंडियों में ही करीब
25000 बोरी नई सरसों की आवक होने का अनुमान है।

अब हर दिन मंडियों में नई सरसों की आवक का दबाव बढ़ेगा और कुछ ही समय
में यह दो लाख बोरी तक पहुंच सकती है। उन्होंने बताया कि बेहतर अनुमान के
चलते सरसों की कीमतों में गिरावट का दौर शुरू हो गया है। यह देखते हुए
मार्च तक सरसों के भाव 3400 से 3500 रुपये क्विंटल तक उतरने की संभावना है।

उन्होंने बताया कि इस साल प्रदेश की मंडियों में नई सरसों के भाव पिछले
साल के मुकाबले करीब दस फीसदी अर्थात 3950 रुपये क्विंटल के आसपास खुले थे,
लेकिन आवक बढऩे के साथ अब यह 3700 से 3775 रुपये क्विंटल तक उतर गए हैं।
यह भाव मार्च तक 3400 रुपये क्विंटल तक उतरने की उम्मीद है।  

अभी राजस्थान की कोटा, रामगंज, बारां,सुमेरपुर, झालरापाटन, अलवर सहित
अधिकांश मंडियों में नई सरसों की आवक शुरू हो रही है। कोटा संभाग की
मंडियों में अभी सरसों की आवक ज्यादा है।

किसान पुरानी सरसों का स्टॉक क्लियर कर रहे है क्योंकि राजस्थान कृषि
निदेशालय के प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक प्रदेश में इस साल 35.30 लाख टन
सरसों की पैदावार का अनुमान है। व्यापारियों के पास कैरी फॉरवर्ड स्टॉक भी
है। इससे सरसों में नरमी का रुख बनने लगा है।

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