बल्लभगढ़। जिले
के ग्रामीण क्षेत्र में55 सरकारी स्कूल ऐसे हैं जहां बच्चों के लिए पीने
के पानी की व्यवस्था नहीं है। बच्चों और अध्यापकों को काफी दूर से पानी
लेकर प्यास बुझानी पड़ रही है।यह खुलासा सर्व शिक्षा अभियान की ओर से हाल
ही में किए गए सर्वे में हुआ है। शिक्षा निदेशालय ने इस मामले को गंभीरता
से लेते हुए इन स्कूलों में गर्मी शुरू होने से पहले पेयजल व्यवस्था
सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
शिक्षक खरीदकर पी रहे पानी : शिक्षा निदेशालय के आदेश पर
सर्व शिक्षा अभियान की ओर से स्कूलों की स्थिति को लेकर हाल ही में एक
सर्वे कराया गया। इसमें पता चला कि ग्रामीण क्षेत्र में 55 ऐसे सरकारी
स्कूल हैं, जहां पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं है। गर्मी में छात्रों और
अध्यापकों को भारी दिक्कत होती है। न तो यहां नल हैं और न ही अन्य कोई
साधन। ऐसे में बच्चे या तो घर से पानी लेकर आते हैं या फिर प्यास लगने पर
दूरदराज से पानी लाते हैं। कई स्कूलों में शिक्षक अपनी जेब से पानी खरीदकर
बच्चों को पिला रहे हैं।
शिक्षा निदेशालय सख्त: चंडीगढ़ शिक्षा निदेशालय ने इस विषय
को गंभीरता से लिया है। सर्वे के बाद रिपोर्ट जनस्वास्थ्य विभाग को भेजी गई
है। शिक्षा निदेशालय ने उसे स्कूलों में पानी की व्यवस्था कराने की
जिम्मेदारी सौंपी है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार जनस्वास्थ्य
विभाग 31 मार्च तक इन स्कूलों में पेयजल की व्यवस्था करा देगा।
जल्द की जाएगी व्यवस्था
सर्व शिक्षा अभियान (एसएसए) की सहायक परियोजना समन्वयक शोभना टंडन के
अनुसार सर्वे के मुताबिक 55 स्कूलों में पेयजल की समस्या है। इन स्कूलों की
रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है। इन स्कूलों में पेयजल
की व्यवस्था जल्द कर दी जाएगी। साथ ही सभी स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं
कि वे 31 मार्च तक स्कूलों में पेयजल व्यवस्था कराना सुनिश्चित करें।
जिले में स्कूलों की संख्या
प्राइमरी स्कूल 255
हाईस्कूल स्कूल 41
सीनियर सेकंडरी स्कूल 41
मिडल स्कूल 49