नई दिल्ली। पिछले साल की तरह इस साल भी गेहूं की बंपर
पैदावार होने का अनुमान है। यह वर्ष 2012 के 9.39 करोड़ टन के बराबर ही रह
सकती है। हालांकि, सरकार ने इसकी पैदावार 8.6 करोड़ टन रहने का ही अनुमान
लगाया गया है। मगर कृषि सचिव आशीष बहुगुणा के मुताबिक अगर अगले दो महीने तक
मौसम अनुकूल रहता है तो इसमें और बढ़ोतरी की पूरी संभावना है। उन्होंने
कहा कि पिछले साल के कुल अनाज उत्पादन के अंतिम अनुमान में भी करीब एक फीसद
की वृद्धि की जाएगी। पहले इसके रिकॉर्ड 25.74 करोड़ टन रहने का अनुमान
लगाया गया था।
बहुगुणा के मुताबिक इस साल गेहूं की बुवाई का रकबा पिछले साल के मुकाबले
कम रहा है। मगर बेहतर मौसम के चलते उत्पादकता बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि
पिछले पांच साल में गेहूं के औसत बुवाई रकबे में 4.1 लाख हेक्टेयर की
बढ़ोतरी हुई है। इसलिए चिंता की कोई बात नहीं है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक
चालू रबी सीजन में गेहूं बुवाई का रकबा 294.98 लाख हेक्टेयर रहा है। पिछले
रबी मौसम में यह 295.93 लाख हेक्टेयर था।
उन्होंने बताया कि रबी की दूसरी फसलों की बुवाई भी खत्म हो चुकी है। इन
फसलों का उत्पादन भी पिछले साल की तरह ही रहने का अनुमान है। महाराष्ट्र,
आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में रबी की फसलें प्रभावित हुई हैं लेकिन
कर्नाटक, राजस्थान और गुजरात की स्थिति बेहतर है। चालू रबी मौसम में 12.05
करोड़ टन अनाज उत्पादन का सरकार ने अनुमान लगाया है। पिछले रबी मौसम में कुल
अनाज उत्पादन 12.75 करोड़ टन रहा था।