नयी दिल्ली: ऐसे समय जब संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के
खाद्य सुरक्षा विधेयक को अगले लोकसभा चुनाव में उसके तुरुप के पत्ते के तौर
पर माना जा रहा है, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख और
केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार ने कहा है कि गरीबों को सस्ता अनाज देने से
देश में खुशहाली आयेगी.
पवार ने यहां संवाददाताओं से कहा, जब हमारे खाद्यान्न भंडार भरे पडे
हैं तो हम क्यों न अपने लोगों को खिलायें, क्यों न हम खाद्य सुरक्षा की
समस्या का समाधान करें. मैं सोचता हूं कि इस दृष्टिकोण से उठाये जाने वाले
कदम से देश में खुशहाली आयेगी.उनसे पूछा गया था कि क्या खाद्य सुरक्षा
विधेयक लागू करना संप्रग सरकार को अगले लोकसभा चुनाव में मदद करेगा. कृषि
मंत्री ने कहा कि, राजनीतिक रुप से यह (खाद्य विधेयक) लाभप्रद होगा लेकिन
मैं इसे राजनीतिक नजरिये से नहीं देखता हूं.
संसद में दिसंबर 2011 को पेश किये गये संप्रग के महत्वाकांक्षी
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा विधेयक का उद्देश्य देश की 67 प्रतिशत आबादी को
सब्सिडीप्राप्त दर पर खाद्यान्न प्रदान करने का कानूनी अधिकार उपलब्ध कराना
है. विधेयक की जांच करने वाली एक संसदीय समिति ने इसमें कई परिवर्तन का
सुझाव दिया है.
शुरुआत में पवार ने कहा कि संसदीय पैनल की रिपोर्ट उनके मंत्रलय को अभी
नहीं मिली है ‘हम इसे पहले पढना चाहेंगे.’ पवार ने कहा कि यदि एक बडी
जनसंख्या को सस्ते दाम पर अनाज मिलता है तो ‘‘यह अच्छी बात है.’’ उन्होंने
देश के किसानों की प्रशंसा करते हुये कहा कि गरीब किसानों की मेहनत की
बदौलत आज देश के अनाज भंडार भरे पूरे हैं. किसानों की मेहनत से ही पिछले दो
साल में देश में रिकार्ड खाद्यान्न उत्पादन हुआ है.