रायपुर। 29
जनवरी। एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने मंगलवार की सुबह वाणिज्य कर विभाग
के डिप्टी कमिश्नर (प्रवर्तन) शंकरलाल अग्रवाल के निवास पर छापा मारा। छापे
में आठ करोड़ से अधिक की संपत्ति के दस्तावेज मिले हैं। हालांकि बाजार में
इसकी मौजूदा कीमत करीब 25 करोड़ आंकी गई है।
जनवरी। एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने मंगलवार की सुबह वाणिज्य कर विभाग
के डिप्टी कमिश्नर (प्रवर्तन) शंकरलाल अग्रवाल के निवास पर छापा मारा। छापे
में आठ करोड़ से अधिक की संपत्ति के दस्तावेज मिले हैं। हालांकि बाजार में
इसकी मौजूदा कीमत करीब 25 करोड़ आंकी गई है।
एसीबी के एसपी आरएस नायक ने बताया कि हालांकि अग्रवाल ने जिस समय
संपत्ति खरीदी थी, उन दस्तावेजों के आधार पर ही केस बनाया गया है। वैसे भी
उनका जितना वेतन है उससे इतनी संपत्ति खरीदना संभव नहीं है। इस वजह से
आशंका है कि उन्होंने पद का दुरुपयोग करते हुए गलत तरीके से संपत्ति अर्जित
की है।
संपत्ति खरीदी थी, उन दस्तावेजों के आधार पर ही केस बनाया गया है। वैसे भी
उनका जितना वेतन है उससे इतनी संपत्ति खरीदना संभव नहीं है। इस वजह से
आशंका है कि उन्होंने पद का दुरुपयोग करते हुए गलत तरीके से संपत्ति अर्जित
की है।
उन्होंने बताया कि एसीबी को गुप्त चिट्ठियों के जरिए उनके खिलाफ
संपत्ति अर्जित करने की शिकायतें मिली थीं। इन्हीं पत्रों के आधार पर जब
जांच कराई गई तो भ्रष्टाचार के संकेत मिले। इसके बाद उनकी एक-एक संपत्ति का
ब्योरा हासिल किया गया।
संपत्ति अर्जित करने की शिकायतें मिली थीं। इन्हीं पत्रों के आधार पर जब
जांच कराई गई तो भ्रष्टाचार के संकेत मिले। इसके बाद उनकी एक-एक संपत्ति का
ब्योरा हासिल किया गया।
पर्याप्त कागजात उपलब्ध हो जाने के बाद मंगलवार की सुबह 6 बजे उनके
वालफोर्ट सिटी बी-19 के आलीशान मकान में छापा मारा गया। हालांकि इस दौरान
अग्रवाल घर में मौजूद नहीं थे। उनकी पत्नी और बेटी ही वहां मौजूद थे।
वालफोर्ट सिटी बी-19 के आलीशान मकान में छापा मारा गया। हालांकि इस दौरान
अग्रवाल घर में मौजूद नहीं थे। उनकी पत्नी और बेटी ही वहां मौजूद थे।
वहीं जांच अधिकारियों ने यह बताया कि अग्रवाल ने उन्हें फोन पर सूचना
दी है कि उन्होंने अपनी संपत्ति की सारी जानकारी विभाग को पहले ही दे दी
है। जमीन के कुछ दस्तावेज उनके चार्टर्ड एकाउंटेंट के पास हैं।
दी है कि उन्होंने अपनी संपत्ति की सारी जानकारी विभाग को पहले ही दे दी
है। जमीन के कुछ दस्तावेज उनके चार्टर्ड एकाउंटेंट के पास हैं।
कार्यालय का कक्ष सील
एसीबी के अधिकारियों ने अग्रवाल के शहर से बाहर होने के कारण उनका
दफ्तर सील कर दिया। अब बुधवार को वहां दस्तावेजों की जांच की जाएगी। इसके
अलावा एसीबी उनके बैंक लॉकर का पता लगाने के लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के
क्षेत्रीय अधिकारी को पत्र लिखकर जानकारी मांगेगा।
दफ्तर सील कर दिया। अब बुधवार को वहां दस्तावेजों की जांच की जाएगी। इसके
अलावा एसीबी उनके बैंक लॉकर का पता लगाने के लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के
क्षेत्रीय अधिकारी को पत्र लिखकर जानकारी मांगेगा।
छापे में यह सब मिला
> वालफोर्ट सिटी में डुप्लेक्स मकान।
> नई राजधानी में एक मकान।
> लाभांडी में 43 डिसमिल जमीन।
> विधानसभा रोड स्थित अशोका रतन में अपार्टमेंट।
> कचना में आलीशान मकान।
> वीआईपी स्टेट अशोका रतन में मकान।
> रायगढ़ में 107 एकड़ जमीन।
> घर में 4 लाख 20 हजार नकद।
> 700 ग्राम चांदी और 143 ग्राम सोना।
> बैंक के खातों में 1.60 लाख, 48 हजार की बीमा पालिसी।