मालदा (भाषा) महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न के मामलों से निबटने के लिए देश में
पहली बार महिला न्यायाधीश एवं महिला कर्मचारियों वाली अदालत का आज पश्चिम
बंगाल के मालदा में उद्घाटन किया गया।
अधिकारियों ने बातया कि यह अदालत त्वरित इंसाफ के लिए महिलाओं के खिलाफ
उत्पीड़न के सभी मामलों की सुनवाई करेगी।
कलकत्ता उच्च न्यायालय के मुख्य
न्यायाधीश अरूण मिश्रा ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर आज यहां इस
अदालत का उद्घाटन किया। बोस की आजाद हिंद फोज में कई महिलाएं भी थीं जो ब्रिटिश शासन के खिलाफ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ी थीं।
मालदा
में इस अदालत की स्थापना काफी अहम है क्योंकि यह जिला राज्य में महिला
तस्करी मामलों एवं महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न में शीर्ष पर है।
यह अदालत कल से काम करना शुरू करेगी। यहां दो अदालत कक्ष होंगे । एक अतिरिक्त न्यायाधीश का और दूसरा मजिस्ट्रेट का।
हालांकि इस अदालत में पुरूष वकील भी वकालत कर सकते हैं।
पहली बार महिला न्यायाधीश एवं महिला कर्मचारियों वाली अदालत का आज पश्चिम
बंगाल के मालदा में उद्घाटन किया गया।
अधिकारियों ने बातया कि यह अदालत त्वरित इंसाफ के लिए महिलाओं के खिलाफ
उत्पीड़न के सभी मामलों की सुनवाई करेगी।
कलकत्ता उच्च न्यायालय के मुख्य
न्यायाधीश अरूण मिश्रा ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर आज यहां इस
अदालत का उद्घाटन किया। बोस की आजाद हिंद फोज में कई महिलाएं भी थीं जो ब्रिटिश शासन के खिलाफ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ी थीं।
मालदा
में इस अदालत की स्थापना काफी अहम है क्योंकि यह जिला राज्य में महिला
तस्करी मामलों एवं महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न में शीर्ष पर है।
यह अदालत कल से काम करना शुरू करेगी। यहां दो अदालत कक्ष होंगे । एक अतिरिक्त न्यायाधीश का और दूसरा मजिस्ट्रेट का।
हालांकि इस अदालत में पुरूष वकील भी वकालत कर सकते हैं।