नई दिल्ली। भाजपा ने आरएसएस चीफ का बचाव करते हुए कहा कि
उनके बयान पर विवाद अनुचित है। उधर, कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर भाजपा ने
पल्ला झाड़ लिया। भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मध्यप्रदेश के मंत्री
विजयवर्गीय से इस बयान के बारे में पूछा जाएगा। कांग्रेस पर बरसते हुए
भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस अपने गिरेबान में झांके।
दिल्ली और केंद्र दोनों जगहों पर कांग्रेस की सरकार है और महिलाएं दिल्ली
में कितनी असुरक्षित हैं यह किसी से छुपा नहीं है।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने दिल्ली
गैंगरेप पर विवादास्पद बयान देकर सनसनी फैला दी है। उन्होंने कहा है कि रेप
की घटनाएं भारत में नहीं बल्कि इंडिया में होती है। भागवत ने अपनी
प्रतिक्रिया में कहा है कि गांवों के मुकाबले शहरों में रेप की घटनाएं
ज्यादा होती हैं। उन्होंने इसके लिए शहरों में पश्चिमी सभ्यता के हावी होने
को जिम्मेदार ठहराया है।
बस इस बयान के बाद ट्विटर पर काफी बवाल मचा हुआ है। सभी लोग इस पर अपने विचार रख रहे हैं।
मोहन भागवत को संबोधित करते हुए प्रभात सुंगलु कहते हैं रेप इंडिया में होता है तो बलात्कार भारत में होता है।
राकेश झुनझुनवाला ने कैलाश विजयवर्गीय और मोहन भागवत के बयानों को मूर्ख
और महामूर्ख की होड़ बताया है। मोहन भागवत को अपना नाम मोहन भारत रखने की
सलाह भी दे दी।
सागरिका घोष कहती हैं कि रेप की वजह पश्चिमी सभ्यता को ठहराना गलत है।
इस तरह के सवाल उठाने से पहले जरा राम सिंह के बारे में जान लेते भागवत जी।
गायत्री रेड्डी ने मोहन भागवत को मल्टीपल पर्सनल्टी डिसऑर्डर बीमारी से पीड़ित बताया है।
तवलीन सिंह लिखती हैं कि आरएसएस प्रमुख का कहना है कि रेप इंडिया में
होते हैं भारत में नहीं। वह किस भारत में रहते हैं और क्या वह कभी किसी
दलित महिला से मिले हैं?
भागवत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पश्चिम सभ्यता का ही असर है कि
रेप भारत में नहीं बल्कि इंडिया में होते हैं। गौरतलब है कि हाल ही में
मोहन भागवत ने चीन को भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया था। उन्होंने कहा था
कि भारत के चारों ओर जिस तरह चीन अपना प्रभाव बढ़ा रहा है उससे एक बार फिर
खतरा बढ़ रहा है।
गौरतलब है कि 16 दिसंबर को एक छात्रा के साथ चलती बस में गैंगरेप और
उसके बाद इलाज के दौरान 29 दिसंबर को सिंगापुर में उसकी मौत के बाद से
देशभर में रेप के खिलाफ सख्त कानून बनाने की मांग उठ रही है।