राजनांदगांव। मनरेगा के तहत मजदूरों को 150 दिनों का रोजगार देने की
योजना पर काम किया जा रहा है। वहीं जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय
रोजगार गारंटी योजना की हालत खराब है। यहां मजदूरों को 100 दिन का काम भी
बराबर नहीं मिल पा रहा है। जिला पंचायत के अधिकारियों की उदासीनता ही कहें
कि अब तक इसमें कुछ किया नहीं जा सका है।
जिले में इसका उदाहरण है, 20011-12 में ढाई लाख परिवारों में से सिर्फ
7134 परिवारों को ही 100 दिन का रोजगार मिल पाया है। वहीं योजना में करोड़ों
रुपए खर्च कर दिए गए हैं। सबसे अधिक छुईखदान में ब्लाक में 3701 मजदूरों
को काम मिला है।