लखनऊ: प्रमोशन में रिजर्वेशन बिल के खिलाफ उत्तर प्रदेश के 18 लाख
कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं. हड़ताल करने वाले कर्मचारियों का दावा है
कि प्रमोशन में रिजर्वेशन से उनका नुकसान होगा.
ग़ौरतलब है कि राज्यसभा में प्रमोशन में रिजर्वेशन बिल पर बहस हो रही है
और समाजवादी पार्टी इसका ज़ोरदार ढंग से विरोध कर रही है. एसपी सांसदों ने
बिल के विरोध में राज्यसभा का वॉकआउट किया है.
क्या है प्रमोशन में आरक्षण?
आपको बता दें कि प्रमोशन में रिजर्वेशन बिल के मुताबिक दलितों और
आदिवासियों को सरकारी नौकरियों में प्रमोशन में पांच फीसदी आरक्षण का
प्रावधान है. मतलब ये कि अगर सौ कर्मचारियों का प्रमोशन होना है तो उसमें
से पांच एससी एसटी के कर्मचारी होंगे. संशोधन बिल पास होने के बाद छोटे से
लेकर बड़े स्तर तक के कर्मचारियों को इसका फायदा मिलेगा. इस बिल को 1995 से
ही लागू किए जाने का प्रावधान है. अगर यह बिल पास हो जाता है तो दलितों व
आदिवासियों को प्रमोशन और वरीयता नये कानून के मुताबिक दी जाएगी. आगे से
ऐसे आरक्षण से पहले किसी आधार पर कोई सफाई देने की ज़रूरत नहीं होगी. एक और
महत्वपूर्ण बात ये कि ये कानून सभी राज्यों को मानना होगा.