पढ़ाई में बाधा बन रही गरीबी से परेशान सीनियर बीटेक छात्र ने हॉस्टल
के कमरे में पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। छात्र नेशनल हाईवे-24 स्थित
जिंदल नगर के भगवंत इंस्टीट्यूट में बीटेक (सिविल इंजीनियरिंग) थर्ड ईयर की
पढ़ाई कर रहा था। पुलिस ने हॉस्टल के बंद कमरे की खिड़की तोड़कर शव को
पंखे से नीचे उतारा। मौके से पुलिस ने सुसाइड नोट भी बरामद किया है।
छात्र
मनीष मलिक (22) पुत्र अरविंद मलिक निवासी क्रोदा-मादन जिला मुजफ्फरनगर
गालंद गांव के पास एक नवनिर्मित प्राइवेट हॉस्टल के कमरा नंबर-14 में रहता
था। आत्महत्या का पता रविवार सुबह 10 बजे उस समय चला, जब साथी छात्र दीपक
ने उसके रूम का दरवाजा खटखटाया। अंदर से कोई आवाज नहीं आने पर छात्रों ने
इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने खिड़की तोड़कर देखा तो मनीष का शव पंखे
से लटक रहा था। सूचना मिलते ही दोपहर तक पिता अरविंद व अन्य परिजन हॉस्टल
में पहुंच गए।
मृतक ने आत्महत्या से पूर्व अपनी डायरी में सुसाइड
नोट लिखा है। उसने पिता को संबोधित करते हुए कहा है कि ‘फीस व अन्य खर्चे
आप कहां से लाओगे। कमाने वाले आप एक हैं। खर्चे अनेक हैं।’ मृतक ने लिखा है
कि लैपटॉप सतीश अगर ले जाए तो ले जाने देना। मृतक ने अपनी मां कुसुम देवी,
पिता व अपना नाम भी लिखा है।
भगवंत कॉलेज के डीन प्रो. अनुरंजन
मिश्रा ने बताया कि मृतक अपने कॉलेज के ब्रिलियेंट छात्रों में से एक था।
परिजन मनीष के इस कदम से हतप्रभ हैं। पिता अरविंद ने बताया कि मनीष उनका
इकलौता पुत्र था।
के कमरे में पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। छात्र नेशनल हाईवे-24 स्थित
जिंदल नगर के भगवंत इंस्टीट्यूट में बीटेक (सिविल इंजीनियरिंग) थर्ड ईयर की
पढ़ाई कर रहा था। पुलिस ने हॉस्टल के बंद कमरे की खिड़की तोड़कर शव को
पंखे से नीचे उतारा। मौके से पुलिस ने सुसाइड नोट भी बरामद किया है।
छात्र
मनीष मलिक (22) पुत्र अरविंद मलिक निवासी क्रोदा-मादन जिला मुजफ्फरनगर
गालंद गांव के पास एक नवनिर्मित प्राइवेट हॉस्टल के कमरा नंबर-14 में रहता
था। आत्महत्या का पता रविवार सुबह 10 बजे उस समय चला, जब साथी छात्र दीपक
ने उसके रूम का दरवाजा खटखटाया। अंदर से कोई आवाज नहीं आने पर छात्रों ने
इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने खिड़की तोड़कर देखा तो मनीष का शव पंखे
से लटक रहा था। सूचना मिलते ही दोपहर तक पिता अरविंद व अन्य परिजन हॉस्टल
में पहुंच गए।
मृतक ने आत्महत्या से पूर्व अपनी डायरी में सुसाइड
नोट लिखा है। उसने पिता को संबोधित करते हुए कहा है कि ‘फीस व अन्य खर्चे
आप कहां से लाओगे। कमाने वाले आप एक हैं। खर्चे अनेक हैं।’ मृतक ने लिखा है
कि लैपटॉप सतीश अगर ले जाए तो ले जाने देना। मृतक ने अपनी मां कुसुम देवी,
पिता व अपना नाम भी लिखा है।
भगवंत कॉलेज के डीन प्रो. अनुरंजन
मिश्रा ने बताया कि मृतक अपने कॉलेज के ब्रिलियेंट छात्रों में से एक था।
परिजन मनीष के इस कदम से हतप्रभ हैं। पिता अरविंद ने बताया कि मनीष उनका
इकलौता पुत्र था।