फरीदाबाद। डेंगू के लगातार बढ़ते मामलों से शहर में दहशत है।
स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू के १२ नए मामलों की पुष्टि की है। इसके साथ ही
डेंगू पीडितों की संख्या 21 हो गई है। 126 मामले संभावित हैं। इनकी जांच हो
रही है। इससे पहले जिले में डेंगू के ९ मामलों की पुष्टि हो चुकी है।
गुरुवार को विभाग ने १२ नए मामलों को डेंगू कंफर्म बताया। शेष पेज त्न 21
इसमें तीन बीके अस्पताल व बाकी निजी अस्पताल के हैं। ये मामले
सेक्टर-31, सेक्टर-आठ, ओल्ड फरीदाबाद, डबुआ कॉलोनी, नहरपार, पल्ला, सेहतपुर
व बदरपुर बॉर्डर के आसपास के एरिया से हैं। 12 नए मामलों के साथ जिले में
डेंगू के २१ मामलों की पुष्टि की जा चुकी है।
निजी व प्राइवेट अस्पतालों में संदिग्ध पेशेंट का आना लगातार जारी है।
कैसे होता है डेंगू : मलेरिया की तरह डेंगू बुखार भी मच्छरों के
काटने से फैलता है। यह एडीज नामक मच्छर के काटने से होता है, जो दिन में भी
काटते हैं। डेंगू बुखार से पीडि़त रोगी के रक्त में डेंगू वायरस काफी
मात्रा में होता है। जब कोई एडीज मच्छर डेंगू के किसी रोगी को काटने के बाद
किसी अन्य स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो वह डेंगू वायरस को उस व्यक्ति के
शरीर में पहुंचा देता है। जिस दिन डेंगू वायरस से संक्रमित कोई मच्छर किसी
व्यक्ति को काटता है तो उसके लगभग 3-5 दिन बाद ऐसे व्यक्ति में डेंगू
बुखार के लक्षण प्रकट हो सकते हैं। यह संक्रमण काल 3-10 दिन तक भी हो सकता
है।
॥डेंगू को बचाव से ही बढऩे से रोका जा सकता है। लोगों को इन बातों पर अमल
करना चाहिए। बीमार होने से बेहतर है सावधानी बरतना। साथ ही जिन लोगों के
यहां फॉगिंग की जरूरत है। वे सीधे विभाग से संपर्क कर सकते हैं। अगर कहीं
लार्वा पनप रहा है तो उनकी जानकारी दे सकते हैं। उसे तुरंत नष्ट किया
जाएगा।
-डॉ. अरविंद लोहान, सिविल सर्जन