दुकान सील करने वाले जिला पूर्ति अधिकारी को जिंदा जलाने का प्रयास किया।
यह घटना उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले की है। पुलिस सूत्रों ने आज
यहां बताया कि जिला पूर्ति अधिकारी नीरज सिंह ने जरीफनगर के देहगवां गांव
में सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान चलाने वाले गिरीश चंद्र द्वारा वितरण के
लिये आबंटित मिट्टी के तेल से अवैध रूप से डीजल बनाये जाने की सूचना मिलने
पर सम्बन्धित दुकान पर कल शाम अपने सहयोगियों के साथ छापा मारा था।
उन्होंने बताया कि गिरीश को रंगे हाथ पकड़ने पर जिला पूर्ति अधिकारी ने उसकी
दुकान को सील करवा दिया। गांव से वापस लौटते समय करीब 150 लोगों ने सिंह तथा उनकी टीम के सदस्यों को घेर लिया और मारपीट करने लगे।
सूत्रों
के मुताबिक इसी दौरान हमलावरों ने सिंह पर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगाने
की कोशिश की, लेकिन वह किसी तरह जान बचाकर भागे और वरिष्ठ प्रशासनिक
अधिकारियों को वारदात की सूचना दी।
सिंह का आरोप है कि देहगवां गांव के
प्रधान मयंक गुप्ता तथा उसके सहयोगियों मनोज, संदीप, देवेश, ब्लाक प्रमुख
के पति सुभाष चंद्र गुप्ता समेत करीब 150 लोगों की भीड़ टूट पड़ी।
सहसवान
के उप जिलाधिकारी राम अरज यादव ने बताया कि जिला पूर्ति अधिकारी की शिकायत
पर गिरीश चंद्र तथा चार अन्य के खिलाफ नामजद तथा 150 अज्ञात लोगों के
खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है।