भागलपुर।
बाढ़ का रौद्र रुप दिनों दिन बढ़ते ही जा रहा है। नवगछिया के राघोपुर गांव
के बाद रविवार को नाथनगर प्रखंड में तबाही देखने को मिली है। बाढ़ से अबतक
दर्जनों गांव इसके चपेट में आ गये हैं, जिससे तकरीबन पचास हजार लोग बेघर
हो गये हैं और करीब दस हजार एकड़ खेत में लगी फसल, सब्जी वगैरह डूब कर
बर्बाद हो गए है।
इन गांवों के लोग हुए बेघर
प्रखंड में बाढ़ से शंकर रत्तीपुर, बेरिया, गोसांइदासपुर, राघोपुर,
मकंदपुर, भुआलपुर, भदौड़िया आदि गावों के लोग प्रभावित हुए है। सभी
सुरक्षित स्थान गांव के स्कूल, सार्वजनिक आदि जगहों पर पनाह ले रखी है।
मवेशियों के लिए भी मुश्किल है चारा
गोसाइदासपुर पंचायत के मुखिया पिंकी देवी की पति सच्चिदानंद शर्मा ने बताया
कि हजारों एकड़ में लगी सब्जी व फसल डूब जाने के बाद पशुओं के लिए चारा का
भी भारी किल्लत हो गई है।
मिलेगा प्रभावितों को सरकारी लाभ
जिलाधिकारी प्रेम सिंह मीणा ने बताया कि जिले के नवगछिया, सुल्तानगंज,
नाथनगर, सबौर, कहलगांव, के अलावे शहर के निचले हिस्सों में भी बाढ़ की
स्थिति बनी हुई है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये गये
हैं कि प्रभावित इलाके के ग्रामीणों की पहचान कर तुरंत सरकारी मदद करने को
कहा गया है।
बाढ़ का रौद्र रुप दिनों दिन बढ़ते ही जा रहा है। नवगछिया के राघोपुर गांव
के बाद रविवार को नाथनगर प्रखंड में तबाही देखने को मिली है। बाढ़ से अबतक
दर्जनों गांव इसके चपेट में आ गये हैं, जिससे तकरीबन पचास हजार लोग बेघर
हो गये हैं और करीब दस हजार एकड़ खेत में लगी फसल, सब्जी वगैरह डूब कर
बर्बाद हो गए है।
इन गांवों के लोग हुए बेघर
प्रखंड में बाढ़ से शंकर रत्तीपुर, बेरिया, गोसांइदासपुर, राघोपुर,
मकंदपुर, भुआलपुर, भदौड़िया आदि गावों के लोग प्रभावित हुए है। सभी
सुरक्षित स्थान गांव के स्कूल, सार्वजनिक आदि जगहों पर पनाह ले रखी है।
मवेशियों के लिए भी मुश्किल है चारा
गोसाइदासपुर पंचायत के मुखिया पिंकी देवी की पति सच्चिदानंद शर्मा ने बताया
कि हजारों एकड़ में लगी सब्जी व फसल डूब जाने के बाद पशुओं के लिए चारा का
भी भारी किल्लत हो गई है।
मिलेगा प्रभावितों को सरकारी लाभ
जिलाधिकारी प्रेम सिंह मीणा ने बताया कि जिले के नवगछिया, सुल्तानगंज,
नाथनगर, सबौर, कहलगांव, के अलावे शहर के निचले हिस्सों में भी बाढ़ की
स्थिति बनी हुई है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये गये
हैं कि प्रभावित इलाके के ग्रामीणों की पहचान कर तुरंत सरकारी मदद करने को
कहा गया है।