नयी दिल्ली : भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के राजनैतिक समूह से अपने संबंध
तोडने वाले अन्ना हजारे के फैसले को अरविंद केजरीवाल ने चौंकाने वाला और
अविश्वसनीय बताया है. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हजारे के सिद्धांत ही उनके
राजनैतिक दल की नींव बनेंगे.
अपने अगले कदम के बारे में कुछ समर्थकों से चर्चा करने के बाद केजरीवाल
ने संवाददाताआंे को बताया, ‘‘हम अन्ना हजारे का सम्मान करते हैं. वे हमारे
गुरु और पिता हैं. कल की घोषणाओं ने हमें हैरान किया है. यह पूरी तरह से
चौंकाने वाला, दुखद, दुर्भाग्यपूर्ण और अविश्वसनीय था.’’
कल हजारे ने राजनैतिक दल बनाने जा रहे केजरीवाल के नेतृत्व वाले समूह से
अपना संबंध तोडने की घोषणा की थी. उन्होंने कहा कि उनके नाम या तस्वीर का
इस्तेमाल नये दल के साथ नहीं किया जाना चाहिए.
केजरीवाल ने कहा, ‘‘अन्ना की तस्वीर और उनका नाम हमारे दिलों में छपा
है. हम उनके चरण लगातार छूते रहेंगे और उनसे आशीर्वाद लेते रहेंगे. अन्ना
के पांच सिद्धांत हमारे दल की नींव बनेंगे.’’ हजारे द्वारा सोशल
नेटवर्किंग साइट पर कराए गए सर्वेक्षणों को खारिज किए जाने के सवाल पर
केजरीवाल ने कहा कि अन्ना ने ही राजनैतिक दल बनाने या न बनाने पर सर्वेक्षण
करवाने के लिए कहा था.
अरविंद ने कहा, ‘‘अन्ना ने हमें सर्वेक्षण कराने के लिए कहा था. इसके
लिए एसएमएस और इंटरनेट का इस्तेमाल उनका ही सुझाव था.’’ व्यवस्था में जल्दी
परिवर्तन की जरुरत बताते हुए केजरीवाल ने कहा कि देश बिकने के कगार पर है
और यहां की हर चीज बेची जा रही है. हमारे सामने चुनौतियों के साथ-साथ अवसर
भी हैं. हमारे विचार में कांग्रेस और भाजपा दोनों एक जैसी हैं.
इसी बीच केजरीवाल के समर्थकों ने सोशल नेटवर्किंग साइटों पर टिप्पणियां
कीं. एक ट्वीट में लिखा गया, ‘‘अन्ना ने लोगों को भ्रष्टाचार के बारे में
जागरुक तो किया लेकिन अब यह नहीं बताते कि इस जागरुकता का करना क्या है?
राजनैतिक होना ही एकमात्र तर्कसंगत कदम है.’’
एक अन्य ट्वीट में कहा गया, ‘‘जनता से कटे रहने वाले कुछ लोगों की बजाय
अब जनता खुद इस कहानी को लिखे.’’ एक अन्य ट्वीट में इस गठजोड के टूटने का
जिम्मेदार भाजपा को ठहराया गया है. यह ट्वीट कहता है, ‘‘इस आंदोलन को खत्म
करने और स्वच्छ राजनैतिक व्यवस्था बनाने के प्रयास को नष्ट करने के लिए
भाजपा ने सस्ती किस्म की राजनीति की है.’’
इंटरनेट के सर्वेक्षणों को मानने से हजारे के इंकार पर ट्वीट में कहा
गया, ‘‘सिर्फ पांच हजार लोगों ने ही फेसबुक पर वोट किया था लेकिन मिस्ड कॉल
देने वाले लोगों की संख्या पांच लाख से भी ज्यादा थी. आप कैसे कह सकते हैं
कि यह एक फेसबुक सर्वेक्षण मात्र था?’’
एक ट्वीट में कहा गया, ‘‘हां अन्ना हजारे का अभियान में शामिल न रहना
पीछे हटना ही है लेकिन इससे यह बात नहीं बदलती कि लोग एक विश्वसनीय
राजनैतिक विकल्प चाहते हैं.’’ कुछ ट्वीटों में हजारे को कोई अन्य विकल्प
लाने की सलाह भी दी गई.
इस ट्वीट में कहा गया, ‘‘जब तक अन्ना गैर राजनैतिक आंदोलन के लिए कोई
कारगर रणनीति लेकरनहीं आते तब तक मैं राजनैतिक विकल्प के साथ हूं.’’ एक
ट्वीट में प्रसिद्ध कथन के जरिए अपनी बात कही गई, ‘‘शुरुआत करने के लिए
आपको महान होने की जरुरत नहीं लेकिन महान होने के लिए आपको शुरुआत करनी
होगी.