लंदन : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार अच्छी प्रगति कर
रहा है लेकिन राज्य के विकास से देश के निर्माण उद्योग में श्रमिकों की कमी
हो रही है. बाजार नियामक सेबी के पूर्व प्रमुख सी बी भावे ने यह बात कही.
उन्होंने कहा कि बिहार में बेहतर स्थिति और रोजगार के कई नए अवसर पैदा
होने के कारण राज्य से अब आजीविका के लिए ज्यादा संख्या में लोग दूसरे
राज्यों का रुख नहीं कर रहे. भावे ने कल शाम यहां शीर्ष उद्योगपतियों और
वित्तीय क्षेत्र के प्रमुखों की गोष्ठी में कहा कि इससे विशेष तौर पर
निर्माण उद्योग पर असर पड रहा है.
यहां आयोजित गोष्ठी में भारतीय अर्थव्यवस्था से जुडे विभिन्न मामलों पर
चर्चा की गई जिनमें पिछले पिछले सप्ताह हुए सुधार शामिल थे लेकिन दर्शकों
में मौजूद काफी लोग बिहार की मिसाल से चौंक पडे. भारतीय प्रतिभूति एवं
विनिमय बोर्ड (सेबी) के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि बिहार में विकास की बेहतर
कोशिश हुई है लेकिन राज्य के विकास से देश के निर्माण उद्योग के लिए समस्या
पैदा हो रही है.
भावे ने कहा ‘‘निर्माण उद्योग में श्रम का गंभीर संकट है. बरसों तक
उद्योग बिहार के श्रमिकों पर निर्भर रहा था लेकिन अब जब वे छुट्टी लेकर घर
जाते हैं तो उनमें से 70 फीसद दूसरे राज्यों में चल रही निर्माण परियोजना
स्थल पर वापस नहीं लौटते.’’ डेवलपमेंट क्रेडिट बैंक के अध्यक्ष नासेर
मुंजी ने भी कहा कि बिहार में विशेष तौर पर शहरों की स्थिति बेहतर हुई है
लेकिन अभी विकास को राज्य के ग्रामीण इलाकों में पहुंचाने के लिए और कोशिश
करने की जरुरत है.