नयी दिल्ली: एफडीआई पर समाजवादी पार्टी के यू-टर्न से केंद्र सरकार को
बड़ी राहत मिल गई है. समाजवादी पार्टी ने साफ किया है कि अगर कांग्रेस
शासित राज्यों को इस नीति से फायदा होता दिखा तो वो भविष्य में उत्तर
प्रदेश में भी विदेशी किराना को मंजूरी दे सकते हैं.
समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव ने एबीपी न्यूज से बातचीत में
माना कि उनकी पार्टी का विचार है कि विदेशी किराना से करीब पांच करोड़
लोगों की बेरोजगारी का खतरा है. साथ ही इस नीति का करीब 20 करोड़ लोगों पर
गलत असर पड़ेगा. लेकिन विदेशी किराना के मुद्दे पर समाजवादी पार्टी के रुख
में अब सरकार के प्रति नरमी भी दिख रही है. जो पार्टी कल तक यूपी में इसे
किसी कीमत पर मंजूरी नहीं देने की बात कर रही थी उसका रुख अब लचीला हो चला
है.
समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव के मुताबिक, ‘अगर कांग्रेस
शासित राज्यों को विदेशी किराना से लाभ हुआ तो समाजवादी पार्टी भविष्य में
इसे यूपी में भी मंजूरी दे सकती है.’ इतना ही नहीं रामगोपाल यादव ने सरकार
को समर्थन जारी रहने की बात दोहराकर केंद्र सरकार की चिंता भी काफी हद तक
दूर कर दी है.
रामगोपाल यादव ने कहा, ‘अगर सरकार गिरती है तो उससे सांम्प्रदायिक
ताकतों को लाभ मिलेगा. इसलिए हम नहीं चाहेंगे कि सरकार गिरे. ‘ समाजवादी
पार्टी एक ओर जहां मौजूदा सरकार के साथ बने रहना चाहती है, वहीं दूसरी ओर
उसकी नजर भविष्य के सत्ता समीकरणों पर भी है. शायद यही वजह कि वो सरकार के
प्रति जहां नरमी बरत रही है, वहीं ममता की नाराजगी को भी जायज करार दे रही
है.