सुरेंद्र सिंघल सहारनपुर, 12 सितंबर। पूरे जिले सहारनपुर में वायरल,
टायफाइड और मलेरिया बुखार का प्रकोप है। हजारों लोग इनसे पीड़ित हैं।
ब्लाक गंगोह के यमुना किनारे के तीन-चार गांवों में ही पिछले 20 दिन के
दौरान 45 रोगियों की मौत हो गई। इतने लोगों के मरने की पुष्टि मंगलवार को
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. जैड ए अंसारी ने की है। जबकि कुछ रोगियों की
मौत पीजीआई चंडीगढ और जौली ग्रांट देहरादून में हुई है। गैर सरकारी सूत्रों
के मुताबिक बुखार से सहारनपुर जिले में 60 से ज्यादा लोगों की जानें जा
चुकी हैं।
जिला अस्पताल, देहात के सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों और निजी
चिकित्सकों के यहां बुखार रोगियों की भीड़ लगी है। अकेले गंगोह सीएचसी पर 50
से 80 रोगी रोज पहुंच रहे हैं। उसी ब्लाक के गांव हमजागढ़ में इस बुखार का
प्रकोप पहली बार दिखाई दिया। उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा ओपी सिंह की
अगुआई वाली स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 125 रोगियों के खून की जांच की। 75
रोगियों की सलाइड बनाई गई और चार गंभीर रोगियों को अस्पताल भेजा गया। गंगोह
सीएचसी पर 1300 मरीजों की जांच कर दवाइयां दी गई हैं। बुखार के 80 रोगी
वहां भर्ती किए गए।
बुखार से इस बार भी सबसे प्रभावित गांव कुंडाकला
में सोमवार को चिकित्सा शिविर लगाया गया। जिसमें डा एसआर सैनी, डा विनीत
अग्रवाल, डा अमित गर्ग और डा अनूप कुमार की टीम ने 550 रोगियों की जांच की।
65 रोगियों के खून की स्लाइड बनाई गई। कुंडाकला गांव में अभी तक दो दर्जन
रोगियों की बुखार से जान गई है। पिछले साल इन्हीं दिनों इस गांव में 150 से
ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। अबकी यमुना
टायफाइड और मलेरिया बुखार का प्रकोप है। हजारों लोग इनसे पीड़ित हैं।
ब्लाक गंगोह के यमुना किनारे के तीन-चार गांवों में ही पिछले 20 दिन के
दौरान 45 रोगियों की मौत हो गई। इतने लोगों के मरने की पुष्टि मंगलवार को
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. जैड ए अंसारी ने की है। जबकि कुछ रोगियों की
मौत पीजीआई चंडीगढ और जौली ग्रांट देहरादून में हुई है। गैर सरकारी सूत्रों
के मुताबिक बुखार से सहारनपुर जिले में 60 से ज्यादा लोगों की जानें जा
चुकी हैं।
जिला अस्पताल, देहात के सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों और निजी
चिकित्सकों के यहां बुखार रोगियों की भीड़ लगी है। अकेले गंगोह सीएचसी पर 50
से 80 रोगी रोज पहुंच रहे हैं। उसी ब्लाक के गांव हमजागढ़ में इस बुखार का
प्रकोप पहली बार दिखाई दिया। उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा ओपी सिंह की
अगुआई वाली स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 125 रोगियों के खून की जांच की। 75
रोगियों की सलाइड बनाई गई और चार गंभीर रोगियों को अस्पताल भेजा गया। गंगोह
सीएचसी पर 1300 मरीजों की जांच कर दवाइयां दी गई हैं। बुखार के 80 रोगी
वहां भर्ती किए गए।
बुखार से इस बार भी सबसे प्रभावित गांव कुंडाकला
में सोमवार को चिकित्सा शिविर लगाया गया। जिसमें डा एसआर सैनी, डा विनीत
अग्रवाल, डा अमित गर्ग और डा अनूप कुमार की टीम ने 550 रोगियों की जांच की।
65 रोगियों के खून की स्लाइड बनाई गई। कुंडाकला गांव में अभी तक दो दर्जन
रोगियों की बुखार से जान गई है। पिछले साल इन्हीं दिनों इस गांव में 150 से
ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। अबकी यमुना