गौरतलब है कि असीम त्रिवेदी को मुंबई पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया था। उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज है। असीम पर आरोप है कि उन्होंने आपत्तिजनक कार्टून बनाकर राष्ट्रीय प्रतीक का अपमान किया। असीम पर साइबर क्राइम के तहत भी केस दर्ज किया गया है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस हिरासत में भेजे जाने से पहले असीम ने कहा ‘मैं देशद्रोही हूं..अगर सच बोलना देशद्रोह है तो मैं सच बोलूंगा…बार-बार बोलूंगा…गांधी ने बोला था…भगत सिंह ने बोला था..मैं भी बोलूंगा..अगर एक सच्चा आदमी देशद्रोही है तो मैं देशद्रोही हूं। हां मैं देशद्रोही हूं।‘
असीम के समर्थन में श्रीप्रकाश जायसवाल के निवास के बाहर प्रदर्शन
वहीं, महाराष्ट्र के गृह मंत्री आरआर पाटिल ने कहा है कि वो पुलिस अधिकारियों से बात करेंगे और मामले की पूरी जानकारी लेंगे। उन्होंने कहा कि लोकल पुलिस ने मामला दर्ज किया है। उन्होंने कहा कि सरकार असीम को रिहा कराने की कोशिश करेगी।
गौरतलब है कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कार्टून बनाने वाले असीम त्रिवेदी के खिलाफ मुंबई के अंधेरी थाने में देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कराया गया था। इसे लेकर कुछ दिन पहले गैर जमानती वारंट जारी हुआ था लेकिन असीम की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। वह अपने मित्र आलोक दीक्षित के साथ मुंबई से आकर दिल्ली के लक्ष्मी नगर में रहने लगे। इसी बीच 30 अगस्त को मुंबई पुलिस ने असीम के कानपुर में शुक्लागंज स्थित आवास पर छापा मारा। उनके पिता अशोक त्रिवेदी से 7 घंटे तक पूछताछ की। इसका विरोध भी हुआ।
इंडिया अगेंस्ट करप्शन के कार्यकर्ता शुक्लागंज थाने पहुंच गए। प्रदर्शन करके गिरफ्तारी देने की बात कही। इस मामले की जानकारी असीम को मिली। फिर उन्होंने अंधेरी पुलिस थाने के इंचार्ज से बातचीत कर 9 सितंबर तक मुंबई आने की बात कही। इसके बाद पुलिस टीम मुंबई लौट गई। शनिवार को असीम और उसके मित्र आलोक ने नई दिल्ली से गरीब रथ ट्रेन पकड़ी और रविवार सुबह 11 बजे मुंबई पहुंचे। वे अंधेरी थाने गए, जहां असीम को गिरफ्तार कर लिया गया। आलोक का कहना है कि कार्टून में ऐसा कुछ नहीं था कि देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाए। इस मामले को लेकर हम जनता के बीच जाएंगे।