आंध्रप्रदेश के लोगों के खाने की थाली में बिहारी मछली

मुजफ्फरपुर : उत्तर बिहार की सात लाख एकड़ जमीन चौर की है. यहां सालभर 2
से 3 फीट पानी लगा रहता है. ऐसे में यहां मछली उत्पादन के क्षेत्र में
असीम संभावनाएं हैं. यह बातें सूबे के उप मुख्यमंत्री सह वन एवं पर्यावरण
मंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहीं. वे शनिवार को बंदरा प्रखंड के मतुलुपुर
गांव स्थित कोरलाहा चौर में आयोजित वन महोत्सव में बोल रहे थे.

उन्होंने कहा कि वर्तमान में बिहार में पांच लाख मीटरिक टन मछली की खपत
होती है, जबकि यहां उत्पादन महज तीन से सवा तीन मीटरिक टन ही होता है. ऐसे
में मांग की पूर्ति के लिए आंध्रप्रदेश से मछली आयात की जाती है. जल संसाधन
मामले में संपन्न बिहार के लिए यह शर्म की बात है.

सरकार इस स्थिति को बदलने के लिए कृत संकल्पित है. हमारा लक्ष्य अगले
चार सालों में आंध्रप्रदेश के लोगों के खाने की थाली में बिहारी मछली
परोसने की है. हरित बिहार के लक्ष्य के बारे में बताते हुए श्री मोदी ने
कहा कि झारखंड के बिहार से अलग होने के बाद यहां महज 9 फीसदी भूमि ही वन
आच्छादित है.

सरकार अगले दस सालों में इसे 15 फीसदी तक पहुंचाना चाहती है. इसके लिए
पूरे सूबे में पांच सालों में 24 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित
किया गया है. इतनी संख्या में पौधे तैयार करने के लिए किसानों को प्राइवेट
नर्सरी खोलने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा. इसके लिए उन्हें सरकार से
अनुदान दिया जायेगा. यही नहीं पौधों के तैयार होने के बाद सरकार उसकी
खरीदारी भी करेगी.

उपमुख्यमंत्री ने सूबे में समेकित खेती के तौर पर पशुपालन को बढ़ावा
देने की बात भी कही. उन्होंने कहा कि सरकार ने कुछ दिनों पूर्व ही 80 करोड़
का बजट तैयार किया, जिससे बीपीएल परिवारों को मुफ्त में बकरी उपलब्ध कराया
जायेगा. सरकार किसानों को गाय की खरीद के लिए पूर्व से ही 50 प्रतिशत
अनुदान दे रही है.

वन महोत्सव में प्रखंड के 48 किसानों के बीच 21,348 पौधे वितरित किये
गये. उपमुख्यमंत्री ने खुद 11 किसानों के बीच पौधे का वितरण किया. उन्होंने
आयोजन स्थल पर पौधरोपण भी किया. स्वागत राजेंद्र कृषि विवि के पूर्व
कुलपति डॉ गोपालजी त्रिवेदी ने किया.

समारोह के दौरान नगर विधायक सुरेश शर्मा, विधान पार्षद दिनेश सिंह, वन
एवं पर्यावरण विभाग के सचिव दीपक कुमार सिंह, डीएम संतोष कुमार मल्ल,
राजेंद्र कृषि विवि के कुलपति डॉ आरके मित्तल, प्रधान वन संरक्षक बीए खान,
क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक मुरारीजी मिश्र, वन संरक्षक प्रभात कुमार
गुप्ता, संरक्षक कार्य नियोजन शिवशंकर चौधरी, डीएफओ मुजफ्फरपुर केके अकेला,
डीएफओ बेगुसराय एके ओझा, रेंज अफसर रामेंद्र कुमार सिन्हा आदि मौजूद थे.

* बंदरा प्रखंड के कोरलाहा चौर में मना वन महोत्सव
* आमदनी बढ़ाने में समेकित खेती को बताया वरदान
* 48 किसानों के बीच 21 हजार पौधे वितरित

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