रांचीः राज्य के प्लस टू उच्च विद्यालयों में 1233 शिक्षकों की नियुक्ति
के बाद भी अभी विद्यालय में आधे से अधिक शिक्षकों के पद रिक्त हैं. राज्य
में कुल 230 प्लस टू उच्च विद्यालय हैं, जिसमें से 59 विद्यालय बिहार के
समय के हैं. झारखंड में 171 उच्च विद्यालय प्लस टू उच्च विद्यालय में
अपग्रेड किये गये हैं.
झारखंड एकेडमिक काउंसिल से स्तर इंटर स्तर पर 22 विषयों की पढ़ाई होती
है. इनमें से 16 कोर विषय हैं, जिनके शिक्षकों का विद्यालय में होना
अनिवार्य है. 230 विद्यालय में अगर सभी 14 विषय के शिक्षक नियुक्त किये
जायें, तो लगभग 3600 शिक्षकों की आवश्यकता होगी. झारखंड में फिलहाल आठ विषय
में 1233 शिक्षकों की नियुक्ति की गयी है. 59 विद्यालयों में चार विषय में
236 शिक्षक बिहार के समय से कार्यरत हैं.झारखंड में 1469 प्लस टू शिक्षक
हैं. राज्य में प्लस टू उच्च विद्यालयों में अब भी 2000 से अधिक शिक्षकों
के पद रिक्त हैं.
भौतिकी, रसायन, इतिहास का रोस्टर क्लीयर नहीं
एकीकृत बिहार के समय में प्लस टू उच्च विद्यालयों में वर्ष 1988-89 में
चार विषय में शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी. भौतिकी, रसायन, प्राचीन इतिहास व
मैथिली में शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी. इन विषयों का अबतक रोस्टर क्लीयर
नहीं हुआ है. इस कारण भौतिकी, रसायन व इतिहास जैसे महत्वपूर्ण विषय में
शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो सकी.
आठ विषय में हुई है नियुक्ति : राज्य में फिलहाल आठ
विषयों में प्लस टू उच्च विद्यालय में शिक्षकों की नियुक्ति हुई है. 1840
शिक्षकों की नियुक्ति के लिए परीक्षा हुई थी, जिसमें 1233 शिक्षकों की
नियुक्ति हुई. गणित, संस्कृत, हिंदी, जीवविज्ञान, अर्थशास्त्र, भूगोल,
वाणिज्य व अंगरेजी में शिक्षकों की नियुक्ति हुई है.
कई विषयों में पद सृजित नहीं : प्लस टू उच्च विद्यालयों
में दर्जन भर विषयों में अब तक शिक्षकों के पद सृजित नहीं हैं. जनाजीय व
क्षेत्रीय भाषा, उर्दू विषय में पद सृजन नहीं हुआ है. इस कारण इन विषयों
में अब तक नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं हुई. विभाग द्वारा पद सृजन की
प्रक्रिया शुरू नहीं की हुई है.