रायपुर। चिकित्सा के क्षेत्र में हलचल मचा देने वाले गर्भाशय कांड
की गूंज देश-विदेश में पहुंचने लगी है। कम उम्र में बिना कारण गर्भाशय
निकालने वाले कुछ डाक्टरों के कृत्य को देश ही नहीं विदेशों के कई प्रमुख
अखबारों ने प्रमुखता से लिया है। इंटरनेट पर भी यह प्रकरण छाया हुआ है।
दैनिक भास्कर ने 2 जून को गर्भाशय कांड का सनसनीखेज खुलासा किया था। भास्कर
ने राजधानी से 25 किलोमीटर दूर अभनपुर राजिम रोड के बीच आने वाले तीन गांव
मानिकचौरी, हसदा और डोंगीतराई का सर्वे किया। इस दौरान दर्जनों ऐसी
महिलाओं का पता चला जिनके गर्भाशय बिना कारण निकाल दिए गए थे। भास्कर ने
दस्तावेजों के साथ उन सभी के मामलों को उजागर किया। मुख्यमंत्री डा. रमन
सिंह और स्वास्थ्य मंत्री अमर अग्रवाल ने तत्काल पूरे मामले की जांच के
आदेश दिए। उनके निर्देश के बाद स्वास्थ्य विभाग ने विशेषज्ञ डाक्टरों की
टीम गांव भेजकर पूरे मामले की जांच करवाई। रेंडम सर्वे के दौरान ही इस बात
की पुष्टि हो गई कि गर्भाशय बिना कारण निकाले गए थे। शासन ने प्रारंभिक
जांच रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हुए नौ नर्सिग होम के डाक्टरों का पंजीयन
निलंबित कर दिया। फिलहाल इस प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच चल रही है। इसी
दौरान देश विदेश के सभी प्रमुख अखबारों ने इस मुद्दे को प्रमुखता से
प्रकाशित किया है।
डॉक्टरों से दोबारा पूछताछ
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में सभी निलंबित डाक्टरों
डा. नितिन जैन, डॉ. नलिनी मढ़रिया, डॉ. ज्योति दुबे डॉ. प्रज्ज्वल सोनी,
डा. पंकज जायसवाल, डा. सोनाली वी जैन, डॉ. इदरानी, डॉ. धीरेंद्र साव और डॉ.
जीपी सरना से दोबारा पूछताछ की जा रही है। शनिवार को अवकाश का दिन होने के
बावजूद उन्हें बुलाया गया था। इन सभी डाक्टरों को पंजीयन सस्पेंड हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय को स्वास्थ्य संचालक डॉ.
कमलप्रीत सिंह ने एक-एक केस की दोबारा जांच करने के निर्देश दिए हैं। इस
वजह से सभी डॉक्टरों को प्रत्येक केस की हिस्ट्री के साथ बुलाया गया था।
रायटर्स : इंटरनेशनल न्यूज एजेंसी रायटर्स ने इसे जारी किया।
डेली मेल : ब्रिटेन से निकलने वाले डेली मेल ने उसे अपने पत्र में जगह दी।
बीबीसी : बीबीसी ने इसे अपनी साइट पर लिया।
-द हिंदू : छत्तीसगढ़ में चंद पैसों के लिए किए जा रहे जिंदगी से खिलवाड़ को हिंदू ने भी उठाया।
-द गार्जियन : द गार्जियन केवल अति महत्वपूर्ण खबरों को स्थान दिए जाने के
लिए जाना जाता है। इस मुद्दे को द गार्जियन ने भी अपने समाचार पत्र में जगह
दी।
अमेरिकन ब्लॉग में चर्चा
इंटरनेटपर भी यह मामला चर्चा में है। अमेरिका में बेबी सेंटर ब्लॉग में
महिलाएं छत्तीसगढ़ में चल रहे इस गोरखधंधे की चर्चा कर रही हैं।