पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा पीडित हैं महिलाएं

नयी दिल्ली : देश में पिछले साल महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में
पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश सबसे आगे रहे. पश्चिम बंगाल की देश की आबादी
में कुल हिस्सेदारी जहां 7 . 5 फीसदी है वहीं देश में महिलाओं के खिलाफ हुए
कुल अपराधों के 12 . 7 फीसदी मामले इस प्रदेश में दर्ज किए गए.

राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 29,133 मामले दर्ज हुए. राष्ट्रीय
अपराध रिकॉड ब्यूरो के आंकडे बताते हैं कि देश की आबादी का सात फीसदी आंध्र
प्रदेश में रहता है जबकि महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध के कुल मामलों
के 12 . 4 फीसदी यानी 28, 246 मामले यहां दर्ज हुए.

मध्य प्रदेश में बलात्कार के सबसे ज्यादा मामले दर्ज हुए. देश में
बलात्कार के कुल मामलों के 14 . 1 मामले यहां दर्ज किए गए. देश भर में 2011
में कौटुंबिक व्याभिचार के मामलों में 7 . 3 फीसदी की गिरावट आई. 2010 में
288 मामलों के मुकाबले 2011 में कौटुंबिक व्याभिचार के 267 मामले दर्ज किए
गए जबकि बलात्कार के कुल मामलों में 9 . 2 फीसदी की बढोत्तरी हुई.

कौटुंबिक व्याभिचार के सबसे ज्यादा 44 मामले महाराष्ट्र में हुए जो कि
कुल मामलों का 15 . 3 फीसदी रहा. रिपोर्ट में बताया गया कि 53 शहरों में
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बलात्कार के 17 . 6 फीसदी, अपहरण के 31 . 8
फीसदी, दहेज हत्या के 14 फीसदी और उत्पीडन के 10 . 1 फीसदी मामले दर्ज किए
गए.

53 शहरों में महिलाओं के खिलाफ अपराध में दिल्ली की हिस्सेदारी 13 . 3
फीसदी रही. यहां महिलाओं के खिलाफ अपराध के 4,489 मामले दर्ज हुए. दिल्ली
के बाद इस सूची में बेंगलूर (1,890 मामले, 5 . 6 फीसदी), हैदराबाद ( 1,860,
5 . 5 फीसदी) और विजयवाडा (1,797 मामले, 5 . 3 फीसदी) का स्थान रहा.

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