अजमेर.बाहुबलि
से परेशान होकर गांव छोड़ने पर मजबूर हुए अरांई निवासी एक परिवार ने
मंगलवार को जिला कलेक्टर व एसपी को ज्ञापन सौंपकर न्याय की मांग की है।
परिवार के लोगों ने जिला कलेक्ट्रेट पर दिए धरना प्रदर्शन के दौरान न्याय
नहीं मिलने पर जिला प्रशासन से मरने की इजाजत मांगी।
ज्ञापन की कॉपी राज्यपाल और सीएम को प्रेषित की गई है। अरांई स्थित गेहरपुर
निवासी सुखदेव नाथ जोगी ने ज्ञापन में बताया कि गांव में उसके पट्टे व
कब्जेशुदा जमीन से पिछले दिनों 70-80 हरे भरे पेड़ काटे गए। जिसे नौरत जाट व
उसके समर्थक ट्रैक्टरों में भरकर ले गए।
जाट ने जबरन जमीन पर कब्जा कर परिवार के लोगों को गांव छोड़ने पर मजबूर कर
दिया। बच्चों को पढ़ाई छोड़ने तक नौबत आ गई। जिला पुलिस व प्रशासन के आला
अधिकारियों ने शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की।
आरोपी की 50 बार लिखित शिकायत करने के बावजूद स्थिति जस की तस रही। परेशान
होकर परिवार को गांव छोड़ना पड़ा। परिवार का कहना है कि यदि आरोपी के खिलाफ
कार्रवाई नहीं की जाती तो जिला प्रशासन उसे परिवार सहित मरने की इजाजत दे
दे।
से परेशान होकर गांव छोड़ने पर मजबूर हुए अरांई निवासी एक परिवार ने
मंगलवार को जिला कलेक्टर व एसपी को ज्ञापन सौंपकर न्याय की मांग की है।
परिवार के लोगों ने जिला कलेक्ट्रेट पर दिए धरना प्रदर्शन के दौरान न्याय
नहीं मिलने पर जिला प्रशासन से मरने की इजाजत मांगी।
ज्ञापन की कॉपी राज्यपाल और सीएम को प्रेषित की गई है। अरांई स्थित गेहरपुर
निवासी सुखदेव नाथ जोगी ने ज्ञापन में बताया कि गांव में उसके पट्टे व
कब्जेशुदा जमीन से पिछले दिनों 70-80 हरे भरे पेड़ काटे गए। जिसे नौरत जाट व
उसके समर्थक ट्रैक्टरों में भरकर ले गए।
जाट ने जबरन जमीन पर कब्जा कर परिवार के लोगों को गांव छोड़ने पर मजबूर कर
दिया। बच्चों को पढ़ाई छोड़ने तक नौबत आ गई। जिला पुलिस व प्रशासन के आला
अधिकारियों ने शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की।
आरोपी की 50 बार लिखित शिकायत करने के बावजूद स्थिति जस की तस रही। परेशान
होकर परिवार को गांव छोड़ना पड़ा। परिवार का कहना है कि यदि आरोपी के खिलाफ
कार्रवाई नहीं की जाती तो जिला प्रशासन उसे परिवार सहित मरने की इजाजत दे
दे।