दमोह। रिटायर होने की दहलीज पर खड़े एक ग्रामीण कृषि विस्तार
अफसर को कृषि उप संचालक ने न केवल कई लोगों के सामने मुर्गा बनवाया, बल्कि
बेइज्जत करके चेंबर से बाहर निकला दिया। यह घटना सोमवार को शाम 5 बजे
कलेक्टोरेट के कृषि कार्यालय में हुई। उप संचालक अफसर से सिर्फ इसलिए नाराज
हुआ क्योंकि वह एक लंबित मामले को आगे बढ़ाने के लिए यहां पहुंचा था। इस
पूरे मामले को अफसर के साथ गए व्यक्ति ने मोबाइल फोन के कैमरे में इस घटना
को शूट कर लिया था। मंगलवार को यह ‘क्लिपिंग’ सामने आई।
पथरिया
के खोजाखेरी केंद्र में पदस्थ ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी बीडी प्रजापति
(58) ने ग्राम हिनौता के किसान वेदप्रकाश परिहार को कृषि उपकरण ‘शीड
ड्रिल’ अनुदान पर दिलाने के लिए प्रकरण बनाया था। यह प्रकरण कृषि कार्यालय
में लंबित था। सोमवार को किसान प्रजापति को लेकर कृषि उप संचालक (डीडीए)
कार्यालय पहुंचा। वहां प्रजापति को देखते ही डीडीए राजेश त्रिपाठी तमतमा
उठे और मुख्यालय छोड़कर आने पर प्रजापति को फटकारने लगे। इस संबंध में जब
त्रिपाठी से मोबाइल फोन पर संपर्क किया गया तो उन्होंने मीडिया से बाद में
बात करने की बात कहकर कॉल काट दिया।
हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाते रहे
डीडीए
ने प्रजापति को सस्पेंड करने की धमकी दी। इस पर प्रजापति हाथ जोड़कर
गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन अफसर का मन नहीं पसीजा। आखिरी में त्रिपाठी ने शर्त
रखी कि मुर्गा बनकर कान पकड़ो तभी छोड़ा जाएगा। मजबूरन प्रजापति को 10
मिनट तक मुर्गा बनना पड़ा।