औराई (मुजफ्फरपुर), निप्र : सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी महादलित
बस्तियों को मुख्य सड़क से जोड़ा नहीं जा सका है। कहीं-कहीं मुख्य सड़क तो
दूर, पहुंच पथ भी नसीब नहीं हो सका है। ऐसा ही एक मामला प्रखंड की बभनगामा
पंचायत के चहुंटा गांव में है जहां के 50 महादलितों की सड़क घेर लेने की खबर
है। इस संबंध में प्रभावितों ने सीओ को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की
है। पीड़ितों में नागेन्द्र राम, रवींद्र राम, हरिश्चंद्र राम, उपेन्द्र
राम, दिनेश राम, उमेश राम समेत 50 परिवार शामिल हैं। इस संबंध में पीड़ितों
ने मार्च 2011 में डीएम को आवेदन दिया था, जिसके आलोक में सीआइ व हल्का
कर्मचारी ने स्थल जांच कर रिपोर्ट सौंपी थी। आवेदन में कहा गया कि अवधेश
महतो की सौ फीट जमीन है जिसे बांस-बल्ले से घेर लेने के बाद इनके आने-जाने
का रास्ता बंद हो गया है। अब इन्हें अपने घर जाने के लिए काफी दूरी तय करनी
पड़ती है। स्थानीय स्तर पर श्री महतो से इस मुद्दे पर वार्ता की गई जिसका
कोई नतीजा नहीं निकला। फिलहाल इस मामले को लेकर पीड़ितों में प्रशासन के
खिलाफ आक्रोश गहराता जा रहा है।
बस्तियों को मुख्य सड़क से जोड़ा नहीं जा सका है। कहीं-कहीं मुख्य सड़क तो
दूर, पहुंच पथ भी नसीब नहीं हो सका है। ऐसा ही एक मामला प्रखंड की बभनगामा
पंचायत के चहुंटा गांव में है जहां के 50 महादलितों की सड़क घेर लेने की खबर
है। इस संबंध में प्रभावितों ने सीओ को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की
है। पीड़ितों में नागेन्द्र राम, रवींद्र राम, हरिश्चंद्र राम, उपेन्द्र
राम, दिनेश राम, उमेश राम समेत 50 परिवार शामिल हैं। इस संबंध में पीड़ितों
ने मार्च 2011 में डीएम को आवेदन दिया था, जिसके आलोक में सीआइ व हल्का
कर्मचारी ने स्थल जांच कर रिपोर्ट सौंपी थी। आवेदन में कहा गया कि अवधेश
महतो की सौ फीट जमीन है जिसे बांस-बल्ले से घेर लेने के बाद इनके आने-जाने
का रास्ता बंद हो गया है। अब इन्हें अपने घर जाने के लिए काफी दूरी तय करनी
पड़ती है। स्थानीय स्तर पर श्री महतो से इस मुद्दे पर वार्ता की गई जिसका
कोई नतीजा नहीं निकला। फिलहाल इस मामले को लेकर पीड़ितों में प्रशासन के
खिलाफ आक्रोश गहराता जा रहा है।