रांची। मुख्यमंत्री राहत कोष से फिलहाल किसी भी जरूरतमंद को मदद नहीं मिलेगी। कोष में एक रुपया भी नहीं होने के कारण सरकार ने हाथ खड़े कर दिए हैं। लोगों और संस्थाओं द्वारा दान न देने से कोष खाली हुआ है। मदद के लिए सरकार के पास एक दर्जन लोगों के आवेदन लंबित हैं। मुख्य सचिव एसके चौधरी ने राज्य के आला अधिकारियों को पत्र लिख कोष के लिए सार्थक पहल करने को कहा है।
इसलिए खाली हुआ कोष : 2001 में झारखंड के अलग राज्य बनने के बाद कोष में लगभग पांच करोड़ रुपए जमा हुए थे। विभिन्न संस्थाओं और संगठनों द्वारा दान देने से यह पैसा जमा हुआ था। पिछले एक साल से दान कम मिलने और जमा राशि को लोगों के बीच लगातार बांटे जाने से कोष खाली हो गया। इससे पहले कोष कभी खाली नहीं हुआ था।
दान पर टैक्स नहीं
23 मई 2001 को गठित मुख्यमंत्री राहत कोष सोसाइटी रजिस्ट्रेशन एक्ट 1860 के तहत निबंधित कराया गया है। इस कोष में जो भी राशि दान के रूप में दी जाती है, वह आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80 (जी) के तहत शत प्रतिशत मुक्तहै।
इस कोष के गठन का उद्देश्य प्राकृतिक आपदाओं व आकस्मिक दुर्घटनाओं से प्रभावित व्यक्तियों को वित्तीय मदद देना है। इसके अलावा अन्य मामलों में भी मदद दी जाती है।
बीमारी : कैंसर, किडनी, हृदय एवं अन्य गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए।
हादसे : अग्निकांड, बाढ़ समेत अन्य प्राकृतिक आपदा के शिकार व्यक्तिसमाजिक दायित्व: बेटी/बेटे की शादी और माता-पिता व अन्य रिश्तेदारों मौत पर मदद
कैसे भरेगा कोष
राज्यों के डीसी, एसपी तथा अन्य आला अधिकारी अपने अधीनस्थ काम कर रहीं लोक कल्याणकारी संस्थाओं, व्यापारिक और औद्योगिक घरानों को मुख्यमंत्री राहत कोष में दान देने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। इसके अलावा आम लोगों से भी दान की अपील की जाएगी।
इस एकाउंट में करें दान
मुख्य सचिव ने सभी विभागीय प्रधान सचिव/सचिव, डीजीपी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक, सभी प्रमंडलीय आयुक्त, आईजी, डीआईजी, डीसी व एसपी को लिखे पत्र में कहा है कि कोष में उपलब्ध राशि लगभग शून्य हो गई है। इस वजह से जरूरतमंदों को कोष से आर्थिक सहायता मुहैया कराना संभव नहीं हो पा रहा है। कोष में दान के लिए आप लोग सार्थक प्रयास करें। सहयोग राशि मुख्यमंत्री सचिवालय को डाक से या मुख्यमंत्री राहत कोष की खाता संख्या 11049021058 (स्टेट बैंक ऑफ इंडिया) के नाम से भेज सकता है।
कोष का उद्देश्य
अधिक से अधिक दान करने की अपील
मुख्यमंत्री राहत कोष से जरूरतमंदों की मदद की जाती है। कोष में राशि नहीं है। अधिकारियों को पत्र लिखा गया है। लोगों को आगे आकर इसमें दान देना चाहिए, ताकि अधिक से अधिक गरीबों की मदद की जा सके।
एसके चौधरी, मुख्य सचिव