नई दिल्ली. राष्ट्रपति
चुनाव में अपनी पसंद के उम्मीदवार को ‘नकारे’ जाने से ममता बनर्जी नाराज
लग रही हैं। खबर है कि ममता यूपीए में बने रहने पर आज फैसला ले सकती हैं।
राष्ट्रपति चुनाव की रणनीति तैयार करने के लिए ममता आज अपने विधायकों और
सांसदों की बैठक करेंगी।
सूत्रों के मुताबिक ममता राष्ट्रपति पद
के उम्मीदवार के तौर पर पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का समर्थन
जारी रखेंगी। तृणमूल कांग्रेस राष्ट्रपति चुनाव में ‘क्रॉस वोटिंग’ को
लेकर चिंतित नहीं है। यदि कलाम को समर्थन नहीं मिलता है कि ममता की पार्टी
यूपीए और एनडीए से बराबर की दूरी बना सकती है।
अपनी फेसबुक अपील को
जोरदार समर्थन मिलने से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक ओर
गदगद हैं तो दूसरी ओर देश के सियासी हालात पर संदेह भी जताया है।
ममता
ने फेसबुक पर मिल रहे समर्थन के लिए रविवार को एक पोस्ट में लोगों को
धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा, ‘देश के लिए इस महान कार्य को इतने कम समय
में जबर्दस्त प्रतिक्रिया देने के लिए आप सभी को धन्यवाद। मुझे विश्वास है
कि यह एकजुट आवाज मुद्दे को अगले स्तर तक ले जाएगी।’
हालांकि ममता
ने राजनीति में नैतिकता और सिद्धांतों के घटते स्तर पर दुख भी जताया है।
उन्होंने लिखा है, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे महान देश में राजनीति
संदेहजनक हो गई है और धन, सत्ता और घोटालों के इस्तेमाल से मूल्यों, जनहित
के साथ समझौता किया गया है।’
चुनाव में अपनी पसंद के उम्मीदवार को ‘नकारे’ जाने से ममता बनर्जी नाराज
लग रही हैं। खबर है कि ममता यूपीए में बने रहने पर आज फैसला ले सकती हैं।
राष्ट्रपति चुनाव की रणनीति तैयार करने के लिए ममता आज अपने विधायकों और
सांसदों की बैठक करेंगी।
सूत्रों के मुताबिक ममता राष्ट्रपति पद
के उम्मीदवार के तौर पर पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का समर्थन
जारी रखेंगी। तृणमूल कांग्रेस राष्ट्रपति चुनाव में ‘क्रॉस वोटिंग’ को
लेकर चिंतित नहीं है। यदि कलाम को समर्थन नहीं मिलता है कि ममता की पार्टी
यूपीए और एनडीए से बराबर की दूरी बना सकती है।
अपनी फेसबुक अपील को
जोरदार समर्थन मिलने से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक ओर
गदगद हैं तो दूसरी ओर देश के सियासी हालात पर संदेह भी जताया है।
ममता
ने फेसबुक पर मिल रहे समर्थन के लिए रविवार को एक पोस्ट में लोगों को
धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा, ‘देश के लिए इस महान कार्य को इतने कम समय
में जबर्दस्त प्रतिक्रिया देने के लिए आप सभी को धन्यवाद। मुझे विश्वास है
कि यह एकजुट आवाज मुद्दे को अगले स्तर तक ले जाएगी।’
हालांकि ममता
ने राजनीति में नैतिकता और सिद्धांतों के घटते स्तर पर दुख भी जताया है।
उन्होंने लिखा है, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे महान देश में राजनीति
संदेहजनक हो गई है और धन, सत्ता और घोटालों के इस्तेमाल से मूल्यों, जनहित
के साथ समझौता किया गया है।’